Thursday 28 January 2016

स्वच्छ भारत की पवित्र गँगा - स्वच्छता जागरुकता रैली व गँगा सफाई अभियान

दोस्तोँ,
   गंगा, एक नदी ही नहीं बल्कि भारतीय संस्‍कृति की एक गौरवशाली पहचान है। देवनदी, जाह्नवी, विष्‍णुपदा, शिवशीशधारिणी जैसे 108 नामोँ से माँ गँगा को जाना जाता है । लेकिन आज यह स्तिथी है कि जिस गँगा के जल को अम्रत समान पवित्र माना जाता था आज पीने योग्य भी नही है । कारखानोँ, नदी, नालोँ और शहरोँ का सारा कचरा व दुषित जल हम गँगा मे छोड रहे है जिस तरह से गँगा दिन प्रतिदिन प्रदुषित होती जा रही है ।
हम सब देशवासियोँ की जिम्मेदारी है कि हम सब मिलकर अपने घर, गाँव, गलियोँ, मुहल्लो शहरो व कार्य स्थल को स्वच्छ बनाये रखते हुये एक सुन्दर और स्वच्छ वातावरण मे रहेँ, साथ ही दुनियाँ के सामने अपने देश को एक आदर्श देश के रुप मे प्रस्तुत करने मे अहम भुमिका निभायेँ ।
सरकार अपने स्तर पर स्वच्छ भारत के निर्माण व गँगा सफाई के लिये बहुत ही अच्छा प्रयास कर रही है, हम सरकार के इस कदम की सराहना करते है, लेकिन ये सब तब तक सम्भव नही जब तक देश के आम नागरिक को इस अभियान से न न जोडा जाय और उनको स्वच्छता हेतु जागरुक न किया जाय ।
समूण फाँउडेशन द्वारा दिनाँक 31/01/2016 प्रात: 10 बजे से 2 बजे तक ऋषिकेश के त्रिवेणी घाट मे "स्वच्छ भारत की पवित्र गँगा"  कार्यकर्म के तहत गँगा के घाटोँ की सफाई की जायेगी व साथ ही स्वच्छता जागरुकता रैली भी निकाली जायेगी जिसमे लोगोँ से अपने शहर व शहर से होते हुये माँ गँगा को स्वच्छ बनाये रखने हेतु आग्रह किया जायेगा ।
अत: आपसे विनम्र निवेदन है कि अपने किमती समय मे से 1-2 घँटे का श्रमदान करके इस अभियान से जुडेँ व स्वच्छ एँव सुन्दर भारत के निर्माण मे भागिदारी निभायेँ ।

आओ मिलकर एक सुन्दर और स्वच्छ भारत का निर्माण करेँ और सपथ लेँ कि हम अपने घर, मुहल्ले, गाँव, गली, शहर और कार्य स्थल को स्वच्छ रखेँगे ।


"टीम समूण" 

Friday 1 January 2016

STUDENTS CAREER GUIDANCE & COUNSELLING CAMP

Students career guidance and counselling camp was conducted on 27 & 28 April 2015 at Govt. Inter college Kandikhal, Tehri Garhwal. Uttarakhand.


TEAM SAMOON

Get involved with SAMOON for Humanity

Join us in the fight against hunger, poverty, illiteracy and inequality 


TEAM SAMOON 

Blankets Distribution

दिसम्बर और जनवरी की कडकडाती ठँड मे जँहा हम लोग अपने घरोँ मे गरम कपडो को पहने हुये रजाई और कम्बलोँ मे रहकर ठँड से बचते है वँही हमारे बीच मे कुछ लोग येसे भी जो खुले आसमान के निचे आग जला कर रात गुजारने को मजबूर है । 
समूण परिवार द्वारा एक छोटी सी कोशिस इनको कम्बल दे कर कड़ाके की ठण्ड से बचाने हेतु प्रयास । 

टीम समूण