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Monday, 4 November 2019

To Promote and Support Language, Literature & Culture


उत्तराखँड की भाषा, साहित्य और सँस्क्रति का सरक्षण एँव सँवर्धन लिए समूण फाउंडेशन प्रयासरत है और समय समय पर संस्क्रति के के उत्त्थान हेतु साँस्क्रतिक कार्यक्रमो को करवाने की कोशिस करती है और साथ ही यदि दुसरी सँस्थाओँ द्वारा येसा कार्यक्रम किया जाता है तो येसे कार्यक्रमो मे भाग लेकर सँस्क्रति के सरक्षण हेतु अपना पुर्ण समर्थन देती है ।
उत्तराखंड लोक संस्कृति संरक्षण समिति ऋषिकेश के द्वारा दिनांक 2/1/2019 से 6/1/2019 तक पाण्डव नृत्य का आयोजन मुनि की रेती ढालवाला ऋषिकेश मे किया गया जिसमे समूण फाउंडेशन ने सहयोग एँव समर्थन हेतु भाग लिया और साथ ही 27 जनवरी 2019 को उत्तराखँड एकता मँच दिल्ली द्वारा उत्तराखँड महाकुम्भ का आयोजन किया गया जिसमे समूण फाउंडेशन ने भाग लिया ।
हमारा प्रयास उत्तराखंड की खुबसुरत संस्कृति, भाषा और साहित्य का सवर्धन और सर्जन है । आपका स्वागत है यदि आप इस मिसन मे समूण फाउंडेशन को सहयोग कर सकते हैँ ।

साथ ही निम्नलिखित क्षेत्रोँ मे समूण फाउंडेशन सक्रिय है ।

 मेधावी पर निर्धन विध्यार्थियोँ तै छात्रव्रति अर कैरियर मार्गदर्शन
 गरिब अर वचिँत परिवारोँ खुनी जीणु क वस्त रोजगार अर ब्यवसाय कु साधन उपलब्ध कराण
 प्रक्रति अर पर्यावरण सरक्षण क खातिर पौधारोपण
 वँचितोँ अर दिब्यागोँ तै भोजन की ब्यवस्था
 मानवता एँव मानव अधिकारोँ की सुरक्षा
 गरिब परिवार की नौनियोँ कु ब्यो खुनी सहयोग अर समृद्धि
 जरुरतमँदोँ कु ईलाज तै सहयोग अर स्वास्थ्य सुविधायेँ प्रदान कराण
 सामाजिक जागरुकता अर सामुदायिक विकाश
 महिला सशक्तिकरण अर आर्थिक विकास
 भाषा, साहित्य अर सँस्क्रति कु सरक्षण अर सँवर्धन

TEAM SAMOON

Tuesday, 10 June 2014

भारतीय संस्कृति की झलक यू.एस.ए में

भारतीय संस्कृति विश्व की सबसे प्राचीन संस्कृति मे से एक है, भारतवर्ष की बोली भाषा, भारतवर्ष के लोग, भारतवर्ष की संस्कृति भारतवर्ष का साहित्य और भारतवर्ष का इतिहास के बारे मे विस्तार से जानने के लिये दुनियाभर से लोग यहां आते है और हमारी संस्कृति को और अधिक जानने मे रुची रखते है। हमारी संस्कृति मे ईतनी सुन्दरता व मिठास है कि शायद ही दुनिँया की किसी भी देश की संस्कृति मे हो, इसी का नतिजा है कि युनिवर्सिटी औफ सिनसिनाटी यू.एस.ए मे भारतीय लोक सँगीत व बाध्य यँत्रोँ पर रिसर्च किया जा रहा है ।भारतवर्ष के हिमालयी क्षेत्र मे स्तिथ देवभूमी उत्तराखँड राज्य की संस्कृति से युनिवर्सिटी औफ सिनसिनाटी यू.एस.ए के प्रोफेसर स्टेफन फ़िओल इतने प्रभावित हुये कि यँहा के प्रसिध लोक गायक, जागर सम्राट, ढोल वादक श्री प्रीतम भरतवाण जी को यू.एस.ए ले गये और वँहा के लोकल लोगो द्धारा प्रितम जी के निर्देशन मे एक शो प्रस्तुत किया ।
आप सभी लोग भी ये वीडियो जरुर देखेँ, आपको एक भारतीय व उत्तराखँडी होने पर गर्व होगा ।

धन्यवाद !

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समूण 
१९ जुलाई २०१३ 

Monday, 9 June 2014

दयालुता


पर पीड़ा से दुःख पहुंचे जो 
प्राणियों से प्रेम करता है,
करुणामय हर्दय जिसका 
"दयालुता" कहलाता है ||


सत्य का साथी झूठ विरोधी 
जो मानव अपनाता है,
"मानवता" धर्म निभाकर 
"दयालुता" कहलाता है ||


दयालु जीवन पाकर के जो 
परोपकारिता करता है,
दया धर्म और कर्म है पूजा
सबसे बड़ा धर्म निभाता है ||


छोड़ के "दयालुता" को जो 
अभिमानी बन जाता है
बिन "दया" के मानव ना ओ 
दानव कहलाता है ||

पहला गुण मानव का ये 
"दयालुता" कहलाता है,
"मानवता" धर्म निभाकर 
"दयालुता" कहलाता है ||





समूण
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