पर पीड़ा से दुःख पहुंचे जो
प्राणियों से प्रेम करता है,
करुणामय हर्दय जिसका
"दयालुता" कहलाता है ||
सत्य का साथी झूठ विरोधी
जो मानव अपनाता है,
"मानवता" धर्म निभाकर
"दयालुता" कहलाता है ||
दयालु जीवन पाकर के जो
परोपकारिता करता है,
दया धर्म और कर्म है पूजा
सबसे बड़ा धर्म निभाता है ||
छोड़ के "दयालुता" को
जो
अभिमानी बन जाता है,
बिन "दया" के मानव ना ओ
दानव कहलाता है ||
पहला गुण मानव का ये
"दयालुता" कहलाता है,
"मानवता" धर्म निभाकर
"दयालुता" कहलाता है ||
“समूण”
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