Saturday 30 December 2017

नये साल की शुरुवात नेक कार्य से करेँ, जरुरतमंदोँ के लिए कम्बल दान करेँ


दिसम्बर और जनवरी की कडकडाती ठँड मे जँहा हम लोग अपने घरोँ मे गरम कपडो को पहने हुये रजाई और कम्बलोँ मे रहकर ठँड से बचते है, वँही हमारे बीच मे कुछ येसे भी लोग हैँ जो खुले आसमान के नीचे रात गुजारने को मजबूर होते है परिणाम स्वरूप हर साल उत्तर भारत मे सैकडोँ लोगोँ को कडाके की ठँड के कारण अपनी जान गवानी पडती है जिनमे छोटे-छोटे बच्चोँ और महिलाओँ की सँख्या अधिक होती है ।
समूण परिवार पिछले 3 सालो से लगातार नव वर्ष को “कम्बल वितरण कार्यक्रम” के रूप मे मनाती है और उस परमपिता परमात्मा से सभी के कुशलता की कामना करती है ।
     नव वर्ष के जश्न मे जँहा हम हजारोँ रुपये पार्टी मे खर्च कर देतेँ है वँही यदि हम किसी जरुरत्मंद को एक कँबल भेटँ करेँ तो उस जरुरतमंद द्वारा मिली दुवाओँ के फलस्वरुप अवश्य ही हमारा नव वर्ष सुखमय होगा, क्योम्कि दुवाओँ से बहुत शक्ति होती है ।
   आईये इस आगामी नव वर्ष के सुभ अवसर पर किसी जरुरत्मंद को एक कम्बल दान करेँ । एक कम्बल का मुल्य रुपये 250/- है, आप जितने भी कम्बल दान करना चाहते हो उसी के अनुसार धनराशी समूण खाते मे ट्रांस्फर कर सकते है और हम आपकी तरफ से यह कम्बल जरुरत्मंद तक पहुँचायेँगे तभी सच्चे अर्थो मे यह नव वर्ष का जश्न कहलायेगा ।

You may transfer your donation for blankets to below-mentioned SAMOON account. 
BANK NAME AXIS BANK
A/C NUMBER 914010040541847
A/C NAME SAMOON FOUNDATION
BRANCH CITY CENTRE RISHIKESH
IFSC CODE UTIB0000156
SWIFT CODE AXISINBB093
MICR CODE 249211102

Wednesday 13 December 2017

करियर मार्गदर्शन एँव छात्रवृति वितरण कार्यक्रम का सफल आयोजन

दिनाँक 12 दिसम्बर 2017 को राजकीय महाविद्यालय देवप्रयाग में समूण फाउंडेसन की ऒर से करियर गाइडेंस कैंप व छात्रवृति वितरण कार्यक्रम आयोजित किया गया । जिसमे  गरीब परिवारो के 17मेधावी विद्यार्थियों को 51 हज़ार की छात्रवृति  प्रदान की गई । महाविद्यालय् सभागार में माँ सरस्वती की वंदना व दीप प्रज्वलन से कार्यक्रम की शुरुआत हुई।  विषय विशेषज्ञ परीक्षित उनियाल व् मनीष उनियाल ने विद्यार्थियों को जीवन में सफलता हेतु बेहतर करियर व् प्रोफेशन के चुनाव की गाइडेंस दी | समूण संस्था के उपाध्यक्ष के. के. सिंह ने संस्था द्वारा किए जा रहे समाजिक कार्यों के बारे की जानकारी दी, वहीं समूण संस्था के मिडिया प्रभारी व् लोक गीतकार कमल जोशी ने गैरसैण मुद्दे पे लिखी कविता उत्तराखण्ड ह्वेगि झंड सुनाई जिसे विद्यार्थियों व् उपस्थित  लोगो ने खूब सराहा।
महाविधालय की प्राचार्य प्रो0 सुधा भारद्वाज ने समूण संस्था के करियर मार्गदर्शन व् छात्रवृत्ति वितरण कार्यक्रम पर धन्यवाद दिया और कहा कि पर्वतीय क्षेत्र के विद्यार्थियों में योग्यता की कमी नहीं है लेकिन उन्हें दिशा निर्देशन की जरुरत होती है |
समूण फाउंडेशन सदस्यो व् अतिथियो ने चयनित प्रत्येक छात्र-छात्र को  तीन हज़ार की धनराशि की छात्रवृत्ति का चेक प्रदान किया। समूण संस्था द्वारा छात्रवृति में सहयोग करने वाले  लोगो व् महाविद्यालय के प्राचार्य आदि की स्मृति चिन्ह भी भेंट किये गए |
कार्यक्रम में समूण परिवार के सदस्य  के. के. सिंह, कमल जोशी, पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष अरविन्द जियाल सहित  थाना प्रभारी देवप्रयाग विनोद  राणा ,युवा नेता हिमांशु बिजल्वाण, कैरियर काउसलिग प्रभारी डॉ अशोक कुमार मैंदोला, सीता राम राणाकोटि आदि मौजूद थे।

 "टीम समूण"

Sunday 3 December 2017

CAREER GUIDANCE & SCHOLARSHIP DISTRIBUTION

समूण फाँउडेशन द्वारा विध्यार्थी मार्गदर्शन शिविर एवं छात्रविर्ती वितरण कार्यक्रम का आयोजन 12 दिसम्बर, 2017 को ओंकारानंद सरस्वती राजकीय महाविद्यालय देवप्रयाग, टिहरी गढवाल मे किया जा रहा है । विध्यार्थियोँ के शारीरिक, मानसिक, बौदिक एँव आध्यात्मिक विकास व नैतिक निर्माण के साथ रोजगार के लिये समुचित मार्गदर्शन एँव सहायता प्रदान करने के उद्देश्य से इस शिविर का आयोजन किया जा रहा है ।

प्रोफेसनल काउँसलरोँ के साथ समूण की 5 सदस्यी टीम इस शिविर मे अपना सहयोग प्रदान करते हुये विध्यार्थियोँ का मार्गदर्शन करेगी । 

18 चयनित आर्थिक रुप से कमजोर व मानसिक रुप से प्रबल विध्यार्थियोँ की एक साल की पढ़ाई का सम्पूर्ण खर्च समूण परिवार छात्रविर्ती के रूप में प्रदान करेगी एवं आगे भी कोशिस करेती रहेगी । 

आप समूण द्वारा आयोजित इस शिविर को सफल बनाने हेतु अपना सहयोग प्रदान कर सकतेँ है । सभी सामर्थ्यवानोँ से विनम्र निवेदन है कि वे अपने प्रतिभा व क्षमता के अनुसार विध्यार्थियोँ के उज्ज्वल भविष्य हेतु अपना योगदान देने का शुभ सँकल्प लेँ ।

मनुष्य को सामाजिक प्राणी माना गया है। उससे समाज बनता भी है और मनुष्य समाज का ऋणी भी है। समाज से ही सीखकर वह अपनी कीमत बनाता है। मनुष्य ऋणी है तो वह अपने इस ऋण को चुकाने के लिए अपनी वृत्ति में दान भाव को जागृत करे। जैसे-जैसे वह किसी से ले रहा है, वैसे-वैसे वह उसी को लौटाने का भी प्रयत्न करे।

गीता में दान के कई प्रकार बताये गये हैं जिनमें नि:स्वार्थ भाव से किया गया दान सर्वोत्तम माना गया है। लेकिन सभी प्रकार के दानों में विद्या का दान सर्वश्रेष्ठ बताया गया है। 

चिड़ी चोंचभर ले गई नदी न घट्यो नीर।
दान दियो धन न घटे, कह गए दास कबीर॥

"टीम समूण"