दिसम्बर और जनवरी की कडकडाती ठँड मे जँहा हम लोग अपने घरोँ मे गरम कपडो को पहने हुये रजाई और कम्बलोँ मे रहकर ठँड से बचते है वँही हमारे बीच मे कुछ लोग येसे भी जो खुले आसमान के निचे आग जला कर रात गुजारने को मजबूर है ।
समूण परिवार द्वारा एक छोटी सी कोशिस इनको कम्बल दे कर कड़ाके की ठण्ड से बचाने हेतु प्रयास ।
समूण परिवार द्वारा एक छोटी सी कोशिस इनको कम्बल दे कर कड़ाके की ठण्ड से बचाने हेतु प्रयास ।
टीम समूण
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