15 अगस्त 1947, भारतीय इतिहास का सर्वाधिक भाग्यशाली और महत्वपू्र्णं दिन था, क्योंकि वर्षों की गुलामी के बाद ब्रिटिश शासन से इसी दिन भारत को आजादी मिली थी । हालाँकि अंग्रेजों से आजादी पाना भारत के लिये आसान नहीं था; लेकिन कई महान लोगों और स्वतंत्रता सेनानियों ने इसे सच कर दिखाया उन सभी स्वतंत्रता सेनानियोँ को श्रधा सुमन अर्पित ।
लेकिन क्या अब भी हमें पूरी आजादी मिली है? यह प्रश्न का विषय है !
देश में बढ़ते भ्रष्टाचार, स्वार्थ, महँगाई, जातिवाद, धर्मवाद, बेरोजगारी, भूखमरी, अस्वास्थ्य की स्थित और गरीबी की वजह से अनेक लोगों के लिये 15 अगस्त की आजादी एक भूली बिसरी घटना हो गयी है । देश मे धनपतियों की संख्या बढ़ने के साथ गरीबी रेखा के नीचे रहने वालों की संख्या मेँ भी बढोतरी हो रही है, गरिब दिन प्रतिदिन गरिब होता जा रहा है अमीर दिन प्रतिदिन अमीर होता जा रहा है ।
सरकार अपने स्तर पर गरीबी उन्मूलन के लिए कार्य रही है लेकिन एक नागरिक और मानव के नाते हमारा भी कर्तब्य बनता है कि यदि हम सक्षम हैँ तो हम भी अपने सभी भाई बहनोँ को साथ ले कर चलेँ, एक दुसरे के दुख सुख मे काम आयेँ और जितना हो सके गरिबोँ और जरुरतमँदो के सहयोग हेतु आगे आयेँ ।
“समूण फाउँडेशन" इस स्वत्रंत्रता दिवस के शुभ अवसर पर 10 विध्यालयोँ और 12 गाँवो से चयनित 37 आर्थिक रूप से कमजोर मेधावी छात्र-छात्राओं को रुपये 3000/- प्रति विध्यार्थी के अनुसार 1,11,000 (एक लाख ग्यारह हजार रुपये) की छात्रवृत्ति प्रदान करने जा रही है । कुछ और बच्चोँ का भी चयन हुआ है और कोशिस है कि अधिक से अधिक मेधावी विध्यार्थियोँ को लाभ मिले ।
इस छात्रविर्ति हेतु सहयोग करने निम्न्लिखित दान दाताओ और उन सभी सदस्योँ, शिक्षको और समाज सेवियोँ का तहदिल से धन्यवाद जिनके सहयोग से हम यह कार्यक्रम करने जा रहेँ है ।
1. कमलकांत सिँह – हरिद्वार
2. गौरिशा पुत्रि श्री कमलकाँत सिँह हरिद्वार
3. एम. के टोलिया & ज्योती टोलिया जी – हरिद्वार
4. रविंद्र नेगी – हरिद्वार
5. सुनिता बुडाकोटी – स्वीडन
6. नवीन थपलियाल – दुबई
7. आशिष मनराल – कनाडा
8. रामजय सिँह रावत – नाईजिरिया
9. सँजय नैनवाल – शारजँहा
10. विनोद सिँह जेठुडी – दुबई
धन्यवाद
टीम समूण
धन्यवाद
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