Wednesday 16 August 2017

गरीब मेधावी विद्यार्थियों को 1 लाख 11 हजार की छात्रवृत्ति प्रदान














समूण परिवार ने स्वतंत्रता दिवस के सुभ अवसर पर 37 मेधावी लेकिन निर्धन छात्र - छात्राओँ को 3000 प्रति छात्र, छात्रवृत्ति प्रदान की । यह कार्यक्रम राजकीय प्रार्थमिक विध्यालय साकनीधार मे आयोजित किया गया, जिसमे 10 विद्यालयों और 12 गाँवो से आये विध्यार्थियोँ के साथ साथ स्कुल के शिक्षकोँ और अभिभावकोँ ने भी बढ चढ कर भाग लिया । 

कार्यक्रम की शुरुवात सरस्वती वंदना से किया गया तत्पश्चात समूण सदस्य श्री कमल काँत सिंह और कमल जोशी जी ने समूण फाउँडेशन सँस्था का परिचय और उद्देश्योँ के बारे मे सभी को अवगत कराया । विभिन्न स्कुलोँ से आये विध्यार्थियो ने कल्चरल प्रोग्राम मे भाग लिया और अपनी अपनी प्रस्तुति दी । 

उसके बाद सभी 37 मेधावी विध्यार्थियोँ को चेक के माध्यम से प्रति विध्यार्थी 3000 रुपये की छात्रवृत्ति की प्रदान किया गया और स्कुलोँ से आये अध्यापकोँ एँव कुछ सामाजिक कार्यकर्ताओँ को सँस्था की ओर से  "समूण"  (ग़िफ्ट)  भेँट किया गया । 

अनतत: समूण परिवार की ओर से इस कार्यक्रम मे आये सभी अगंन्तुक सज्जनोँ और इस कार्यक्रम को सफल बनाने एँव हम तक इन बच्चोँ के डाटा भेजने वाले सभी लोगोँ का धन्यवाद किया गया । 

समूण फाउँडेशक के हरिद्वार टीम से कमल कांत सिँह, देहरादुन टीम से मनोज रावत, ऋषिकेश टीम से कमल जोशी, देवप्रयाग टीम से अरविंद जियाल और ग्रामिण क्षेत्रोँ की प्रमुख इंदु भंडारी आदि उपस्तिथ थे । 

भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद जी ने भी 71वें स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्र को संबोधित करते हुए निवेदन किया कि :- 

आर्थिक या सामाजिक सीमाओं के कारण हमारा एक भी बच्चा पीछे न रह जाए, इसलिए मैं राष्ट्र निर्माण में लगे आप सभी लोगों से समाज के गरीब बच्चों की शिक्षा में मदद करने का आग्रह करता हूं । अपने बच्चे के साथ ही, किसी एक और बच्चे की पढ़ाई में भी मदद करें । यह मदद किसी बच्चे का स्कूल में दाखिला करवाना हो सकता है, किसी बच्चे की फीस भरनी हो सकती है या किसी बच्चे के लिए किताबें खरीदना हो सकता है । ज्यादा नहीं, तो सिर्फ एक बच्चे के लिए समाज का हर व्यक्ति नि:स्वार्थ भाव से ऐसे काम करके राष्ट्र निर्माण में अपनी भूमिका रेखांकित कर सकते हैं ।

आओ मिलकर गरिब और मेधावी बच्चोँ की बेहतर शिक्षा हेतु सहयोग के हाथ बढायेँ । 

  निवेदक 
"टीम समूण"

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