दोस्तोँ,
गंगा, एक नदी ही नहीं बल्कि भारतीय संस्कृति
की एक गौरवशाली पहचान है। देवनदी, जाह्नवी, विष्णुपदा, शिवशीशधारिणी जैसे 108 नामोँ से माँ गँगा को जाना जाता है । लेकिन आज यह स्तिथी है कि जिस गँगा
के जल को अम्रत समान पवित्र माना जाता था आज पीने योग्य भी नही है । कारखानोँ,
नदी, नालोँ और शहरोँ का सारा कचरा व दुषित जल हम गँगा मे छोड रहे है जिस तरह से
गँगा दिन प्रतिदिन प्रदुषित होती जा रही है ।
हम सब देशवासियोँ की जिम्मेदारी है कि हम सब मिलकर अपने घर, गाँव, गलियोँ, मुहल्लो शहरो व कार्य स्थल को
स्वच्छ बनाये रखते हुये एक सुन्दर और स्वच्छ वातावरण मे रहेँ, साथ ही दुनियाँ
के सामने अपने देश को एक आदर्श देश के रुप मे प्रस्तुत करने मे अहम भुमिका निभायेँ
।
सरकार अपने स्तर पर स्वच्छ भारत के निर्माण व गँगा सफाई के लिये बहुत ही
अच्छा प्रयास कर रही है, हम सरकार के इस कदम की सराहना करते है, लेकिन ये सब तब तक
सम्भव नही जब तक देश के आम नागरिक को इस अभियान से न न जोडा जाय और उनको स्वच्छता
हेतु जागरुक न किया जाय ।
समूण फाँउडेशन
द्वारा दिनाँक 31/01/2016 प्रात: 10 बजे से 2 बजे तक ऋषिकेश के त्रिवेणी घाट मे "स्वच्छ
भारत की पवित्र गँगा" कार्यकर्म
के तहत गँगा के घाटोँ की सफाई की जायेगी व साथ ही स्वच्छता जागरुकता रैली भी
निकाली जायेगी जिसमे लोगोँ से अपने शहर व शहर से होते हुये माँ गँगा को स्वच्छ
बनाये रखने हेतु आग्रह किया जायेगा ।
अत: आपसे विनम्र निवेदन
है कि अपने किमती समय मे से 1-2 घँटे का श्रमदान करके इस अभियान से जुडेँ व स्वच्छ
एँव सुन्दर भारत के निर्माण मे भागिदारी निभायेँ ।
आओ मिलकर एक सुन्दर और स्वच्छ भारत का निर्माण करेँ और सपथ लेँ कि हम अपने घर, मुहल्ले, गाँव, गली, शहर और कार्य स्थल को स्वच्छ रखेँगे ।
आओ मिलकर एक सुन्दर और स्वच्छ भारत का निर्माण करेँ और सपथ लेँ कि हम अपने घर, मुहल्ले, गाँव, गली, शहर और कार्य स्थल को स्वच्छ रखेँगे ।