Tuesday, 27 December 2016

19 Bags used clothes donated to Goonj Foundation

We have started campaign called "Woollens collection and distribution to needy" from 15 October 2016 in different cities of Uttarakhand. During this campaign many kind-heated people from Rishikesh, Dehradun & Haridwar came forward and donated used clothes to us. We had selected good clothes which are in good condition and recycled the same then distributed to needy people in Rishikesh on 17th December, 2016. But still we have more than 19 bag of used clothes were available with us which we have donated to "GOONJ FOUNDATION" in Rishikesh. Also cheque of INR 2100/- donated to Goonj Foundation. 
  Goonj Foundation is one of the top NGO in India who annually deal with over 3000 tons of materials. They recycle the clothes and make new items from it as attached with this email.
 
Thanks to Mr. Kamal Joshi, Team member & Area coordinator of Samoon Foundation in Rishikesh who has taken responsibility to deliver all the clothes to office of Goonj Foundation. 



THANKS & REGARDS
"TEAM SAMOON"



Saturday, 24 December 2016

स्वर्गीय इन्द्रमणि बडोनी जी की 91 जन्मतिथि के अवसर पर गरिब बच्चोँ को कपडे एँव शिक्षा की सामग्री वितरित किये गए

आज दिनांक २४/१२/२०१६ को उत्तराखंड के गांधी, स्वर्गीय इन्द्रमणि बडोनी जी की 91 जन्मतिथि के अवसर पर समूण फाऊँडेशन द्वारा टीम सदस्य श्री नरेन्द्र मैठाणी जी के नेत्रत्व मे राजकिय प्रार्थमिक विध्यालय लालढाँग - हरिद्वार मे गरिब बच्चोँ को कपडे एँव शिक्षा की सामग्री जैसे कापी, पेंसिल आदि वितरित किए गये । इस अवसर पर ग्राम प्रधान श्री प्रताप सिँह लिँगवाळ एँव विध्यालय के शिक्षक व विध्यार्थी उपस्तिथ थे ।











धन्यवाद 
टीम समूण 


Sunday, 18 December 2016

टीम समूण द्वारा जरुरतमम्दो को गर्म् कपडे प्रदान किए गए

     समूण फाँउडेशन की टीम ने ऋषिकेश, हरिद्वार और देहरादून मे एक अभियान शुरु किया था जिसमे लोगोँ से निवेदन किया गया कि उनके घरोँ मे जितने भी गर्म कपडे है जो छोटे पड चुकेँ है या जिन्हे आप प्रयोग नही करते जरुरतमँँदो के लिए दान देँ । 15 अक्टुबर से 15 दिसम्बर तक सोसल मिडिया, प्रिंट मिडिया और पोस्टर एवँ बैनेरोँ माध्यम से हमने इस अभियान का प्रचार प्रसार किया ।
     तीनो शहरोँ से हमे लोगोँ का अपार सहयोग मिला और बडी सँख्या मे कनफरमेशन दिया तपश्चात हमने कपडोँ को एकत्रित करने के बाद रिसाईकल किया और कल दिनाँक 17/12/2016 को ऋषिकेश के स्लम एरिया मे जरुरतमँदो को वितरित किये । साथ ही टीम ने रात को ऋषिकेश शहर का भर्मण कर खुले आसमान के निचे सो रहे जरुरतमँदो को कँबल भी वितरित किये ।
     शायद हम इतनी बडी सँख्या मे जरुरतमँदो को मदद नही कर पाए लेकिन हमारा मकसद था कि लोगोँ को पुराने कपडे दान देने हेतु प्रेरित करेँ । कुछ लोग पुराने कपडॉ के बदले नयेँ बर्तन ईत्यादी खरिद लेते है या सिर्फ मात्र कुछ पैसोँ मे पुराने कपडे बेच देते है, यदि हम इसकी तुलना मे किसी जरुरतमँद को दान दे तो उससे शायद पैसे तो नही पर जो पुण्य मिलता है उसका कोई मोल नही ।
      समूण फाँऊडेशन मानवता को समर्पित एक सँस्था है जो कि मानवता की सेवा हेतु कार्यरत है ।
टीम समूण के निम्ंलिखित सदस्योँ के सहयोग से यह प्रोजेक्ट सफलतापुर्वक सम्पन्न हुआ ।

ऋषिकेश टीम:-  कमल जोशी & नरेन्द्र मैठाणी  & प्रविन चौहान्
हरिद्वार टीम :-  कमल काँत सिँह, मनोज रावत & रविन्द्र नेगी
देहरादून टीम :-  शिवानी जुनेझा, अर्जुन रावत, अर्जुन नेगी & भरत बिष्ट 




















धन्यवाद, 
टीम समूण 

Sunday, 23 October 2016

Request to donate old warm clothes & blankets for needy people

Many among India’s poor and underprivileged are forced to live under the open sky in the street in freezing weather of December & January. 

As many as 10,933 Indians (an average of 781 per year) have died over the past 14 years–between 2001 to 2014–due to “cold and exposure”, an analysis of statistics on accidental deaths due to natural causes obtained from the Open Government Data (OGD) Platform of Government of India reveals.

We all SAMOON members will heartily like to plead you all to donate some of your old clothes & blankets which are not been used by you so that we can donate them to needy people.

We welcome all kinds of clothing donations like warm winter coat that you’re not wearing anymore, clothes that your children have outgrown & Blankets which are in usable condition not only make their lives better but also promote the eco-friendly concept of recycling. What is waste for you is resource for the less fortunate. So instead of throwing away something, Donate it! 

You can what’s up or email us your name and location, our team will collect these items from you and will donate to needy people on your behalf.

Thanking you !

"TEAM SAMOON"

जरुरतमँदो के लिये पुराने कपडे दान करेँ ।


दिसम्बर और जनवरी की कडकडाती ठँड मे जँहा हम लोग अपने घरोँ मे गरम कपडो को पहने हुये रजाई और कम्बलोँ मे रहकर ठँड से बचते है, वँही हमारे बीच मे कुछ येसे भी लोग हैँ जो खुले आसमान के निचे रात गुजारने को मजबूर होते है परिणाम स्वरूप हर साल उत्तर भारत मे सैकडोँ लोगोँ को कडाके की ठँड के कारण अपनी जान गवानी पडती है जिनमे छोटे-छोटे बच्चोँ और महिलाओँ की सँख्या अधिक होती है ।
मनुष्य की तीन आधारभूत आवश्यकाताएँ होती हैं - रोटी, कपड़ा और मकान। रोटी और मकान अगर हम नही दे सकते तो घर मे पुराने या छोटे पड चुके कपडोँ को जरुरतमँदो के लिए दान करेँ ।
यदि आपके घर मे पुराने या छोटे पड चुके गर्म कपडेँ,कँबल या रजाई है जो कि प्रयोग मे नही है तो आप “समूण” सदस्योँ के लिखे नम्बरोँ पर व्ट्स अप या ईमेल के माध्यम से अपना नाम और पता भेज देँ हमारी टीम आपको सम्पर्क करेगी और आपसे यह सहयोग एकत्रित करके जरुरतमदोँ तक पहुँचायेगी ।
यदि आप नए कपडोँ व कम्बलोँ के लिये आर्थिक सहयोग करना चाहतेँ है तो आपका स्वागत है ।
धन्यवाद ।
"टीम समूण"

Saturday, 3 September 2016

समूण परिवार द्वारा 1000 वृक्षोँ का सफलतापुर्वक वृक्षारोपण

समूण परिवार के सदस्यों एवं गाँव वासियो के सहयोग से समूण फाउण्डेशन ने 25 जुलाई से 31 जुलाई, 2016 तक 1000 वृक्ष लगाने के लक्ष्य को पूर्ण किया है । जिनमे जामुन , शहतूत, अनार, आम, बांस और गुर्याल इत्यादि प्रजातियों के पेड़ थे ।
राजकीय इंटर कॉलेज मुन्नाखाल, प्रार्थमिक विद्यालय सौड़, गाँव अंवाणी और सौड़ गाँव में गाँव वासियो की निजी भूमि पर यह वृक्षारोपण किया गया साथ ही ऋशिकेश मे लोगो के पँसद के अनुसार नर्सरी से वृक्ष खरिदे गये और उनके घरो के समीप लगाया गये । 
इस अभियान में समूण परिवार को सहयोग करने के लिए राजकीय इंटर कॉलेज मुनाखाल के अध्यापकों एवं विद्यार्थियों, प्रार्थमिक विद्यालय सौड़ की अध्यापिका एंम शिष्य, सौड़ गाँव के गाँव वासियों एँव शीशम झाड़ी ऋषिकेश के निवासियों का तहदिल से हार्दिक धन्यवाद ।


"टीम समूण"