जीवन हमारे द्वारा किया गया वह कर्म है जिसके अंदर जन्म से लेकर मरण तक की
समस्त क्रियाकलाप और गतिविधियां समाहित है। दूसरे शब्दों में हम कह सकते
हैं कि कर्म ही जीवन है अर्थात कर्म से ही हम अपने जीवन को बनाते और
बिगाड़ते हैं। जैसा आपका कर्म होगा वैसा ही आपका जीवन होगा।
जितना हो सके अपने जीवन को सतकर्मोँ मे लगायेँ क्योंकि यही वह धन है जो आप
अपने साथ ले कर जा सकते है बाकी तो सब मोहमाया है जो यहीँ छुट जाना
है । इसी विचारधारा के साथ आज हम आपको एक येसे शख्सियत के बारे मे बता
रहेँ है जो दुसरोँ के लिए अपनी मेहनत की कमाई का बहुत बडा हिस्सा दान करने
मे विश्वास रखतेँ है । रमेश इंद्रदत्त नैथानी जी मुलत: गाँव कोट ग्यारह
गौवँ हिंदो, टिहरी गढवाल, उत्तराखँड के रहने वाले हैँ और मुम्बई मे एक
शिक्षक के रुप मे कार्यरत हैँ । एक शिक्षक के रुप मे नौथानी गुरुजी अपने
विध्यार्थियोँ को अच्छी शिक्षा देने के लिए दिन रात मेहनत करतेँ है
परिणामस्वरुप नौथानी जी द्वारा पढाए बच्चे अच्छे नबरोँ से उत्तिर्ण होकर आज
कामयाबी के शिखर पर पहुँचे हुए है और पहुँच रहे हैँ ।
बच्चे
अच्छे नबरोँ से उतिर्ण होँ इसलिए नैथानी गुरुजी इन बच्चोँ को स्कूल समय के
बाद घर पर अतिरिक्त समय दे कर पढातेँ है और बच्चेँ गुरुजी के की इस मेहनत
का ट्युशन के रुप मे जो स्वेच्छा से शुल्क देते है वह नैथानी गुरुजी दान कर
देते है । यदि नैथानी गुरुजी चाहते तो वह भी इन पैसोँ से येसो-आराम की
जिंदगी जी सकते है लेकिन नैथानी गुरुजी इन पैसोँ को उत्तराखँड मे गरिब
बच्चोँ की शिक्षा एँव सामाजिक कार्योँ मे लगाते है ।
नैथानी
गुरुजी का मानना है कि हर महीने के अंत में हमें वेतन मिलते ही बिजली का
बिल, पानी का बिल, कमरे का किराया, क्रेडिट कार्ड का बिल, ग्रोसरी आदि का
बिल देना पड़ता है तो क्यों न उसमे एक और बिल परोपकारिता का बील जोड़ा जाए
क्योंकि आवश्यकता से ज्यादा धन संचय मधुमक्खियों द्वारा संचित धन यानी शहद
की तरह होता है जो दूसरे हर ले जाते हैं।
यह हमारा सौभाग्य है कि
येसे महान शख्सियत नैथानी जी हमारी सँस्था समूण परिवार से जुडे है और हर
महिने 11,000 हजार रुपये की धनराशी गरिब एँव निर्धन परिवार के बच्चोँ की
शिक्षा हेतु दान स्वरुप देने का निर्णय लिया है । इसके साथ ही नौथानी जी
दुसरी सँस्थाओँ मे भी बहुत बडी धनराशी दानस्वरुप प्रदान कर रहेँ है ।
आपका जुडना हमारे लिए गर्व की बात है और हमे आशा ही नहीं पूर्ण विश्वास है
कि आपके मार्गदर्शन एँव दिशा निर्देशन मे हम आपकी अपेक्षाओँ के अनुरुप
कार्य करते हुए गरिब एँव मेधावी बच्चोँ की बेहतर शिक्षा हेतु कार्य करने मे
सफल होंगेँ ।
एक बार पुन: आपका समूण परिवार मे हार्दिक अभिनंदन एँव सुस्वागतम ।
विनोद जेठुडी
समूण परिवार
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