प्राथमिक विद्यालय लालठाँग हरिद्वार के कुल 126 बच्चे बहुत ही गरीब परिवार से हैं और स्कूल आने जाने के लिए बच्चोँ के पैरों में चप्पल तक नहीं है, इस बरसात के मौसम में यह मासूम बच्चे बिना चप्पल और जूतों के नंगे पांव स्कूल मे पढाई करने के लिये जाने के लिए मजबूर है । हम सबका दायित्व बनता है कि हम इन नन्हे-मुन्ने बच्चों के लिए जूते मुहैया करवायेँ ताकि इस बरसात के मौसम मे इन बच्चोँ को बिना जुते न चलना पडे क्योंकि येही बच्चेँ हमारे देश की भविष्य है ।
दुनिया में अगर कोई देश तरक्की करता है तो उसका सबसे बड़ा कारण होता है उस देश के बच्चे | बच्चे देश का भविष्य होते हैं अगर किसी देश के बच्चों की सही परवरिश की जाए, उन्हें उचित शिक्षा दी जाए, उनके स्वास्थ्य की उचित देखभाल करने की व्यवस्था हो तो वाकई में देश तरक्की के पथ पर अग्रसर होगा । आज हमारे देश में बहुत से गरीब बच्चे हैं जिन्हें शिक्षा नहीं मिल पाती लेकिन सरकार द्वारा उन्हें शिक्षा प्रदान करने के लिए हर सम्भव व्यवस्थाएं की जाती है लेकिन स्कूल मे फीस कम कर देने और खाना देने के साथ साथ उनकी और भी बहुत सारी जरुरतेँ है जिन्हे पुर्ण करना बाकी रह जाते है । हम सभी को गरीब और गरीबों के बच्चों का ख्याल रखना चाहिए और उनकी अच्छी शिक्षा के लिए हर सम्भव सहायता प्रदान करना चाहिए क्योंकि आगे चलकर इन्ही बच्चोँ के हाथोँ मे देश का भविष्य होगा ।
समूण परिवार द्वारा 11 अगस्त 2018 को राजकीय प्रार्थमिक विध्यालय लालढाँग़ के सभी निर्धन विध्यार्थियोँ को जूते प्रदान किए गये । आशा करतेँ है कि विध्यार्थियोँ को प्रदान जुते के माधयम उन्हे नगेँ पावँ स्कूल नही जाना पडेगा और जिसका असर उनकी बेहतर शिक्षा पर पडेगा ।




























































