पति की म्रत्यु के पश्चात किसी तरह से गँगोत्री देवी अपने पुत्र के भरोशे यह आशा लगाये बैठी थी कि मेरा बुढापे का सहारा बनेगा और विकलाँग बेटी की भी देख रेख करेगा लेकिन नियती को कुछ और ही मंजुर था कि 1 साल बेटे 26 वर्ष का जवान पुत्र की आकश्मिक म्रत्यु हो गयी । अपनी विकलाँग बेटी के साथ गरिबी, लाचारी और बेबसता का जीवन जी रही गँगोत्री देवी के घर मे कुछ दिन पहले आग लगने से गँगोत्री जी बुरी तरह से जल गयी । जिस घर मे गँगोत्री देवी और विकलाँग विटिया रह्ती है वह भी जर्जर स्तिथी मे है जिससे आजकल बरसात के समय पानी टपकता रहता है । गंगोत्री देवी मूल रूप से गाँव चौंड, पट्टी और पोस्ट ओफिस भरपुर, जिला टिहरी गढवाल की मूल निवासी है ।
विकलाँगता और वृद्धावस्था पेंशन भी पिछले 1 साल से बंद पडी है जिसे शुचारु रुप से शुरु करने के लिए समूण परिवार के सदस्य नरेंद्र सिँह जी एँव अरविंद जियाल जी आज दिनाँक 24/07/2019 को सम्बंधित विभागो के मुख्यालयोँ नई टिहरी एँव नरेंद्र नगर के लिए निकलेँ है और गँगोत्री देवी एँव विकलाँग बिटिया के बेहतर जीवन यापन हेतु हरसम्भव प्रयासरत है ।
आपका स्वागत है यदि आप इस परिवार की सहायता करना चाहते है ।
समूण परिवार
मानवता की सेवा हेतु समर्पित
मानवता की सेवा हेतु समर्पित