उत्तराखंड के दुर्गम क्षेत्रों से जो विद्यार्थी इस कार्यक्रम में
छात्रवृत्ति के चेक लेने के लिए नहीं आ पाए उनका अकाउंट नंबर लेकर उनके अकाउंट में
छात्रवृत्ति के चेक जमा किए गये ।
भारत के महामहिम राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद जी ने राष्ट्र को संबोधित
करते हुए निवेदन किया था कि :-
आर्थिक या सामाजिक सीमाओं के कारण हमारा एक भी बच्चा पीछे न रह जाए,
इसलिए
मैं राष्ट्र निर्माण में लगे आप सभी लोगों से समाज के गरीब बच्चों की शिक्षा में
मदद करने का आग्रह करता हूं । अपने बच्चे के साथ ही, किसी एक और
बच्चे की पढ़ाई में भी मदद करें । यह मदद किसी बच्चे का स्कूल में दाखिला करवाना
हो सकता है, किसी बच्चे की फीस भरनी हो सकती है या किसी बच्चे के लिए किताबें
खरीदना हो सकता है । ज्यादा नहीं, तो सिर्फ एक बच्चे के लिए समाज का हर
व्यक्ति नि:स्वार्थ भाव से ऐसे काम करके राष्ट्र निर्माण में अपनी भूमिका रेखांकित
कर सकते हैं ।
समूण परिवार के सदस्य नवीन थपलियाल जी, विनोद जेठुडी जी,
संदीप
नौडियाल जी और भरत भंडारी जी - शाहजहां से,
दिनेश
नौडियाल जी दुबई से, राजपाल
सिंह गोसाई जी यूएसए से और सुनीता बुड़ाकोटी जी स्वीडन से के माध्यम से इन विद्यार्थियों को छात्रविर्ती
प्रदान की गई ।
समूण परिवार सभी दान दाताओं का आभार प्रकट करती है एवं छात्रवृत्ति
पाने वाले सभी विद्यार्थियों के उज्जवल भविष्य की कामना करती है।
समूण परिवार
मानवता की सेवा हेतु समर्पित
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