एक बार पुनः बहन मनीषा के घर जाना हुआ उसने पहले से अधिक ऊर्जा और सकारात्मक में देखी गई, सिलाई का काम करने के साथ साथ मनीषा मुर्गियां भी पाल रही है जो कि पलायन कर रहे और बेरोजगार युवाओं के लिए एक उदाहरण है अपने जीवन में विकलांगता आने पर भी वह कहती है कि हर किसी के जीवन में कोई न कोई उद्देश्य होता है जिसे हमें पूरा करना चाहिए, ईश्वर ने अगर हमें यहां भेजा है तो कुछ तो वजह होगी इन शब्दों ने मानो जैसे मुझमें एक नई ऊर्जा का संचार कर दिया हो |
कभी-कभी हम सोचते हैं कि हमारा जीवन निराधार है हमारा मन हतोत्साहित होता है ,लेकिन जब कभी यह स्थिति हमारे सामने आए तो हम मनीषा जैसे प्रेरणा स्रोत से प्रेरित हो सकते हैं| निवर्तमान प्रधान नरेंद्र जी ग्राम सभा भरपूर के द्वारा समूण से जुड़े हुए है और उनके माध्यम से लिए राशन की व्यवस्था व उनकी धर्मपत्नी द्वारा एक सूट भी दिया गया| प्रधान जी को जब अवगत कराया गया की मनीषा के घर की छत टपकती रहती है तो उन्होंने कहा कि हम सब प्रयास करें तो फिर काफी हद तक हम उसके मकान की मरम्मत करवा सकते हैं | उन्होंने सभी से निवेदन किया है कि इस मानवता के कार्य में हम सभी कुछ ना कुछ आहुति जरूर डालें | धन्यवाद देता है उनके इस पुनीत कार्य के लिए बहुत कम लोग होते हैं जो इंसानियत के लिए कार्य करते हैं...
आप सब भी कुछ न कुछ मदद करें...
कभी-कभी हम सोचते हैं कि हमारा जीवन निराधार है हमारा मन हतोत्साहित होता है ,लेकिन जब कभी यह स्थिति हमारे सामने आए तो हम मनीषा जैसे प्रेरणा स्रोत से प्रेरित हो सकते हैं| निवर्तमान प्रधान नरेंद्र जी ग्राम सभा भरपूर के द्वारा समूण से जुड़े हुए है और उनके माध्यम से लिए राशन की व्यवस्था व उनकी धर्मपत्नी द्वारा एक सूट भी दिया गया| प्रधान जी को जब अवगत कराया गया की मनीषा के घर की छत टपकती रहती है तो उन्होंने कहा कि हम सब प्रयास करें तो फिर काफी हद तक हम उसके मकान की मरम्मत करवा सकते हैं | उन्होंने सभी से निवेदन किया है कि इस मानवता के कार्य में हम सभी कुछ ना कुछ आहुति जरूर डालें | धन्यवाद देता है उनके इस पुनीत कार्य के लिए बहुत कम लोग होते हैं जो इंसानियत के लिए कार्य करते हैं...
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