बहन प्रिती बडोनी के घर का जिर्णोद्वार के साथ साथ एक रसोईघर के निर्माण
के लिए जो ₹14000 भेजे थे वह बैंक की गलती वह किसी दूसरे के अकाउंट में
चले गए थे, फाइनली दूसरे के अकाउंट से निकाल कर वह पैसे प्रीति के अकाउंट
में ट्रांसफर कर दिए गए हैं।
आपको बता देँ कि प्रिती के स्पाइनल कॉर्ड मे चोट लगने से दोनो पैरोँ ने काम करना बंद कर दिया, फलस्वरुप प्रिती एक अमानवीय जीवन जीने पर मजबूर है ।
समूण परिवार द्वारा घर के पुनरनिर्माण के साथ साथ एक रसोईघर का भी निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है जिसके लिए समूण फाउंडेशन के माध्यम से रुपए 35000 की सहायता राशि प्रदान की गई ।
आपको बता देँ कि प्रिती के स्पाइनल कॉर्ड मे चोट लगने से दोनो पैरोँ ने काम करना बंद कर दिया, फलस्वरुप प्रिती एक अमानवीय जीवन जीने पर मजबूर है ।
समूण परिवार द्वारा घर के पुनरनिर्माण के साथ साथ एक रसोईघर का भी निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है जिसके लिए समूण फाउंडेशन के माध्यम से रुपए 35000 की सहायता राशि प्रदान की गई ।
समूण परिवार प्रीति के सुखद जीवन की कामना करते है ।
समूण परिवार
मानवता की सेवा हेतु समर्पित
समूण परिवार
मानवता की सेवा हेतु समर्पित
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