Saturday 13 June 2020

अभिषेक के इलाज के लिए समूण फाउंडेशन द्वारा सहायता

इंसानियत ओर परोपकार 2 ऐसे शब्द जिससे सभी लोग भलीभांति परिचित है और शायद इनका कहीं ना कहीं इस्तेमाल भी करना चाहते है । इस आधुनिकता के युग मे बहुत सी संस्थाए इन क्षत्रो मैं कार्यरत भी है, इन्ही संस्थाओं मे से एक है समूण फाउंडेशन जिसका मुख्य उद्देश्य उत्तराखंड के हर वर्ग के लोगो की सहायता करना है फिर चाहे राशन वितरण हो या मेडिकल के क्षेत्र में किसी को हेल्प करना पड़े सब कुछ करने को हर संभव तत्पर रहते है। इसका एक छोटा सा उदहारण मात्र है, छोटे से बेटे अभिषेक का किस्सा जो इंसानियत और परोपकार जैसे शब्दो के साथ समूण फाउंडेशन का एक मजबूत रिश्ता जाहिर करता है। अभिषेक का मुद्दा श्रीमती रुचि देवी जी के माध्यम से प्राप्त हुआ, श्रीमती रुचि देवी जी जो कि ग्राम प्रधान है (ग्राम पंचायत बमाणा, विकासखंड देवप्रयाग, उत्तराखंड ) से समूण फाउंडेशन को एक पत्र के माध्यम से इस छोटे से बच्चे के दर्द का एहसास और माँ बाप की विवशता से अवगत करवाया। 

अभिषेक की उम्र 1 वर्ष 6 महीने पुत्र श्री केदार सिंह (मूल निवासी ग्राम :- सज्वाण गांव, पोस्ट ऑफिस :- खरसाडी, जिला :- टिहरी गढ़वाल, उत्तराखंड हाल निवासी :- अमृतसर, पंजाब जिसके पिता का मूलतः व्यवसाय होटल की नौकरी थी, परंतु इस महामारी के समय लॉकडाउन के कारण नौकरी भी नहीं रही इसलिय इस परिवार की स्तिथि बहुत खराब हो चुकी थी। इस परिवार के पास दूसरे राज्य में रहने और खाने की एक विकट समस्या उत्पन्न हो चुकी थी । ऐसे वक्त में अभिषेक जिसकी उम्र मात्र डेढ़ वर्ष की है जन्मजात एक बीमारी की वजह से परेशान था, इस संकट के समय में एक रात अचानक से अभिषेक का पूरा शरीर में सूजन आ चुका था और अब वो दर्द से रोने लगा पूरी रात दर्द से काटनी पड़ी। अभिषेक के माता पिता को कुछ समझ नही आ रहा था कि क्या हुआ, हालाँकि उन्हें इतना तो मालूम था कि अभिषेक को जन्म से ही किडनी मैं कुछ शिकायत है । खैर किसी तरीके से अपने दोस्तों और जानकारों से 70 हजार रुपये का कर्ज लेकर केदार सिंह जी ने अपने बेटे का इलाज भी करवा दिया। परंतु इलाज के बाद भी बीमारी ज्यों की त्यों बनी रही। पहले से ही परेशानी झेल रहे केदार सिंह जी के समक्ष अब समस्या विकट होती चली गयी एक तो नौकरी नही रही ऊपर से कर्ज और हो गया और बेटे की हालत भी जैसे के तैसे ही बनी हुई थी । तब ये मुद्दा समूण परिवार के समक्ष आया । समूण परिवार के सदस्यों ने तुरंत केदार सिंह जी से संपर्क किया तो पता चला कि अभिषेक का अल्ट्रासाउंड करवाना है जिससे उसकी बीमारी का पता चल सके। अल्ट्रासाउंड का खर्चा 8,000 रुपए था और केदार सिंह जी इस अवस्था मे नही थे कि अभिषेक का अल्ट्रासाउंड करवा सके। समूण परिवार ने तुरंत 10,000 रुपए केदार सिंह जी के खाते में प्राथमिक सहायता राशि के रूप मे भेज दी ताकि अल्ट्रासाउंड कर के बीमारी का पता चल सके।

सहायता राशि के कारण अभिषेक का अल्ट्रासाउंड हुआ फलस्वरूप ये पता चला कि अभिषेक PUJ Obstruction नामक एक बीमारी से गृसित था और जिसका ऑपरेशन के खर्च तकरीबन 90,000 रुपए है । समूण फाउंडेशन के द्वारा अस्पताल मे लगातार वार्तालाप के फलस्वरूप ऑपेरशन की राशि 50,000 रुपये की गई । परंतु तेज बुखार और माता पिता की पूर्ण सक्रियता की कमी के कारणवश इलाज में देरी हुई। पहले अभिषेक को मिगलानी बाल चिकित्सालय में एडमिट करवाया गया लेकिन बाद में माता पिता की मर्जी से उसे न्यू भंडारी अस्पताल में भर्ती करवाया गया तथा अभिषेक के इलाज के लिए 20,000 रुपये न्यू भंडारी अस्पताल मे चेक के माध्यम से समूण फाउंडेशन द्वारा जमा करवाया गया। बाद में पुनः अभिषेक को मिगलानी बाल चिकित्सालय में भर्ती करवाया गया और न्यू भंडारी अस्पताल में जमा किये गए पैसो को भी चेक के माध्यम से पुनः मिगलानी बाल चिकित्सालय में जमा करवाया गया और 6,000 रुपए श्री केदार सिंह जी के खाते में बाहर से दान दाताओ द्वारा डारेक्ट भेजे गए। अभिषेक की 1 सफल सर्जरी हो चुकी है, तथा एक और सर्जरी होनी है जो प्रायः 1 महीने बाद होगी।

अभिषेक के इलाज के इस प्रकरण में समूण फाउंडेशन द्वारा कुल 36,000 रुपये दिए गए जिसमे श्री केदार सिंह जी के खाते में 10,000 रुपए पहले ओर फिर 6000 रुपए बाद में ओर 20,000 रुपए अस्पताल के खाते में डाले गए।

इस परोपकारी कार्य के लिए समूण फाउंडेशन अस्पताल प्रशासन का आभार व्यक्त करता है तथा अभिषेक के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ एवं सुखद जीवन की कामना करते हैं ।









समूण परिवार
मानवता की सेवा हेतु समर्पित

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