Wednesday, 20 September 2017

Helping hand for Mr. Vinod for kidney Surgery and Treatment

मेरी एकमात्र संतान तनुजा के पति विनोद की जो कि मात्र 32 साल का है व दिल्ली में प्राइवेट कम्पनी में नौकरी करता था की दोनों किडनियाँ फेल हो चुकी हैं | विनोद का इलाज एम्स दिल्ली में चल रहा है | मैं अपनी किडनी देने के लिए तैयार हूँ , परन्तु आपरेशन का खर्चा बहुत अधिक लगभग 7,26,000 है , जिसे हम जुटाने में असमर्थ हैं | इसलिये आप सभी से मदद की अपेक्षा करती हूँ | अगर आप इस पुण्य कार्य में थोडा सा दान करके हमारी मदद करेंगे तो आप के पुण्य दान से मेरे दामाद की जिन्दगी बच सकती है | आप सभी से मेरा हाथ जोड़कर निवेदन है कृपया हमारी मदद करें | मैं और मेरा पूरा परिवार आपका सदा आभारी रहेगा |
आपसे निवेदन है कि इस मैसेज को ज्यादा से ज्यादा शेयर करें और पुण्य के भागी बने |
धन्यवाद.
आशा देवी
ग्राम रून्डाली, गौलीखाल
नैनीडांडा, पौड़ी गढ़वाल
महोदय ,आप हमसे इन नम्बर पर सम्पर्क कर सकते हैं
आशा देवी- 9837142785
विनोद- 9711131097






Saturday, 26 August 2017

Help for medical treatment of Dheeraj Rawat



 17 अगस्त की बात है, अमृतसर - पँजाब मे हर दिन की तरह धीरज रावत और हरिश रावत साईकिल से ड्युटी के लिए निकले थे, लेकिन अचानक रास्ते मे पिछे से आ रही कार ने उन्हे जबरदस्त टक्कर मार दी । जिसमे दोनो धीरज रावत और हरिश रावत बुरी तरह से जख्मी हो गये । धीरज रावत को नजदिकी के. डी होस्पिटल, सेक्युलर रोड, अमृतसर मे भर्ती करवाया गया है और साथी हरिश रावत को गुरुनानक होस्पिटल अमृतसर मे भर्ती करवाया गया है । 
   हरिश रावत की हालत मे थोडा सुधार है लेकिन धीरज रावत के दिमाग मे गहरी चोट लगने से दिमाग का ओपरेशन हुआ और अभी तक 17 अगस्त से कोमा मे है । 
   धीरज रावत गाँव - खरसाडा, पोस्ट ओफिस - कोठी, पट्टी - पालकोट, टिहरी गढवाल से है और हरिश रावत पट्टी दोगी से है । धीरज रावत अभी मात्र 20 साल का है और अमृतसर मे किसी होटल मे काम कर रहा था । 
  गरिब माता - पिता पँजाब मे ही बेटे के कोमा से बहार आने का एंतजार कर रहे है, गाँव, रिस्तेदार और सगे सम्बंधियोँ से जितना हो सकता था, 3 लाख रुपये कर्ज लेने के बाद भी होस्पिटल का बाकी बिल देने मे असमर्थ है । 
  होस्पिटल के बिल का भुगतान हेतु यदि आप इस गरिब परिवार की हेल्प कर सकते हो तो शायद धीरज कोमा से बहार निकल कर सकुशल परिवार के पास वापस आ जाये । 
  यदि आप सहयोग करना चाहते हो तो डाईरेक्ट होस्पिटक के बिल का भुगतान कर सकते हो और नही तो निम्नलिखित धीरज की बहन रेशमा के खाते मे अपना सहयोग भेज सकते हो । 

Bank : Punjab National Bank
Account Holder Name :  Kumari Reshma
Account No. 0625000100154020
Bank : Punjab National Bank
Branch : Devprayag - Tehri Garhwal
IFSC Code : PUNB0062500 
MICR Code : 249024152

अगर हेल्प न कर सको तो शेयर जरुर करना ताकि किसी को यह पुण्य अर्जित करने का अवसर मिले और जिंदगी और मौत की जँग लड रहे धीरज जीत कर वापस आये । 

धन्यवाद !

निवेदक 
समूण परिवार
_______________________________________________
मौत को मात देकर घर पहुंचे धीरज - 05/09/2017
======================
17 अगस्त 2017 को अमृतसर मे हुई सडक दुर्घटना मे धीरज के सर मे काफी चोट आयी थी ज़िस कारण से वह कोमा मे चला गया था जिसका बचना काफी मुस्किल था, लेकिन 15 दिनो तक जिन्दगी ओर मौत की जँग लडते हुये आखिर कार वह जीत कर वापस घर मे आ गए है ।
आप सभी लोगोँ की दुवाओँ के फलस्वरुप आज धीरज अपने परिवार के पास है ।
समूण परिवार के सदस्योँ ने रुपये 19,000 /- की एक छोटी सी सहायता धीरज भाई के ईलाज के लिये प्रदान किए । 
आर्थिक सहयोग करने वाले सभी सदस्योँ का धन्यवाद ।

टीम समूण - मानवता की सेवा हेतु समर्पित



Wednesday, 16 August 2017

गरीब मेधावी विद्यार्थियों को 1 लाख 11 हजार की छात्रवृत्ति प्रदान














समूण परिवार ने स्वतंत्रता दिवस के सुभ अवसर पर 37 मेधावी लेकिन निर्धन छात्र - छात्राओँ को 3000 प्रति छात्र, छात्रवृत्ति प्रदान की । यह कार्यक्रम राजकीय प्रार्थमिक विध्यालय साकनीधार मे आयोजित किया गया, जिसमे 10 विद्यालयों और 12 गाँवो से आये विध्यार्थियोँ के साथ साथ स्कुल के शिक्षकोँ और अभिभावकोँ ने भी बढ चढ कर भाग लिया । 

कार्यक्रम की शुरुवात सरस्वती वंदना से किया गया तत्पश्चात समूण सदस्य श्री कमल काँत सिंह और कमल जोशी जी ने समूण फाउँडेशन सँस्था का परिचय और उद्देश्योँ के बारे मे सभी को अवगत कराया । विभिन्न स्कुलोँ से आये विध्यार्थियो ने कल्चरल प्रोग्राम मे भाग लिया और अपनी अपनी प्रस्तुति दी । 

उसके बाद सभी 37 मेधावी विध्यार्थियोँ को चेक के माध्यम से प्रति विध्यार्थी 3000 रुपये की छात्रवृत्ति की प्रदान किया गया और स्कुलोँ से आये अध्यापकोँ एँव कुछ सामाजिक कार्यकर्ताओँ को सँस्था की ओर से  "समूण"  (ग़िफ्ट)  भेँट किया गया । 

अनतत: समूण परिवार की ओर से इस कार्यक्रम मे आये सभी अगंन्तुक सज्जनोँ और इस कार्यक्रम को सफल बनाने एँव हम तक इन बच्चोँ के डाटा भेजने वाले सभी लोगोँ का धन्यवाद किया गया । 

समूण फाउँडेशक के हरिद्वार टीम से कमल कांत सिँह, देहरादुन टीम से मनोज रावत, ऋषिकेश टीम से कमल जोशी, देवप्रयाग टीम से अरविंद जियाल और ग्रामिण क्षेत्रोँ की प्रमुख इंदु भंडारी आदि उपस्तिथ थे । 

भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद जी ने भी 71वें स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्र को संबोधित करते हुए निवेदन किया कि :- 

आर्थिक या सामाजिक सीमाओं के कारण हमारा एक भी बच्चा पीछे न रह जाए, इसलिए मैं राष्ट्र निर्माण में लगे आप सभी लोगों से समाज के गरीब बच्चों की शिक्षा में मदद करने का आग्रह करता हूं । अपने बच्चे के साथ ही, किसी एक और बच्चे की पढ़ाई में भी मदद करें । यह मदद किसी बच्चे का स्कूल में दाखिला करवाना हो सकता है, किसी बच्चे की फीस भरनी हो सकती है या किसी बच्चे के लिए किताबें खरीदना हो सकता है । ज्यादा नहीं, तो सिर्फ एक बच्चे के लिए समाज का हर व्यक्ति नि:स्वार्थ भाव से ऐसे काम करके राष्ट्र निर्माण में अपनी भूमिका रेखांकित कर सकते हैं ।

आओ मिलकर गरिब और मेधावी बच्चोँ की बेहतर शिक्षा हेतु सहयोग के हाथ बढायेँ । 

  निवेदक 
"टीम समूण"

Sunday, 13 August 2017

71वें स्वतंत्रता दिवस की अग्रिम सुभकामनायेँ ।


       15 अगस्त 1947, भारतीय इतिहास का सर्वाधिक भाग्यशाली और महत्वपू्र्णं दिन था, क्योंकि वर्षों की गुलामी के बाद ब्रिटिश शासन से इसी दिन भारत को आजादी मिली थी । हालाँकि अंग्रेजों से आजादी पाना भारत के लिये आसान नहीं था; लेकिन कई महान लोगों और स्वतंत्रता सेनानियों ने इसे सच कर दिखाया उन सभी स्वतंत्रता सेनानियोँ को श्रधा सुमन अर्पित ।

लेकिन क्या अब भी हमें पूरी आजादी मिली है? यह प्रश्न का विषय है ! 

देश में बढ़ते भ्रष्टाचार, स्वार्थ, महँगाई, जातिवाद, धर्मवाद, बेरोजगारी, भूखमरी, अस्वास्थ्य की स्थित और गरीबी की वजह से अनेक लोगों के लिये 15 अगस्त की आजादी एक भूली बिसरी घटना हो गयी है । देश मे धनपतियों की संख्या बढ़ने के साथ गरीबी रेखा के नीचे रहने वालों की संख्या मेँ भी बढोतरी हो रही है, गरिब दिन प्रतिदिन गरिब होता जा रहा है अमीर दिन प्रतिदिन अमीर होता जा रहा है ।

सरकार अपने स्तर पर गरीबी उन्मूलन के लिए कार्य रही है लेकिन एक नागरिक और मानव के नाते हमारा भी कर्तब्य बनता है कि यदि हम सक्षम हैँ तो हम भी अपने सभी भाई बहनोँ को साथ ले कर चलेँ, एक दुसरे के दुख सुख मे काम आयेँ और जितना हो सके गरिबोँ और जरुरतमँदो के सहयोग हेतु आगे आयेँ ।

“समूण फाउँडेशन" इस स्वत्रंत्रता दिवस के शुभ अवसर पर 10 विध्यालयोँ और 12 गाँवो से चयनित 37 आर्थिक रूप से कमजोर मेधावी छात्र-छात्राओं को रुपये 3000/- प्रति विध्यार्थी के अनुसार 1,11,000 (एक लाख ग्यारह हजार रुपये) की छात्रवृत्ति प्रदान करने जा रही है । कुछ और बच्चोँ का भी चयन हुआ है और कोशिस है कि अधिक से अधिक मेधावी विध्यार्थियोँ को लाभ मिले ।

इस छात्रविर्ति हेतु सहयोग करने निम्न्लिखित दान दाताओ और उन सभी सदस्योँ, शिक्षको और समाज सेवियोँ का तहदिल से धन्यवाद जिनके सहयोग से हम यह कार्यक्रम करने जा रहेँ है ।

1. कमलकांत सिँह – हरिद्वार
2. गौरिशा पुत्रि श्री कमलकाँत सिँह हरिद्वार
3. एम. के टोलिया & ज्योती टोलिया जी – हरिद्वार
4. रविंद्र नेगी – हरिद्वार
5. सुनिता बुडाकोटी – स्वीडन
6. नवीन थपलियाल – दुबई
7. आशिष मनराल – कनाडा
8. रामजय सिँह रावत – नाईजिरिया
9. सँजय नैनवाल – शारजँहा
10. विनोद सिँह जेठुडी – दुबई

धन्यवाद
टीम समूण

धन्यवाद 
टीम समूण 

Saturday, 5 August 2017

Helping Hand for Blind Couple Sant Ram & Anandi Devi


उत्तराखँड के अल्मोडा जिले के धौलाछीना गाँव में रहते है लोकगायक संत राम जी और उनकी धरम पत्नी आनंदी देवी , दोनों नेत्र हीन है और वर्तमान मे बहुत ही मुसकिल से जीवन यापन कर रहेँ है । इन दुखीयारो की कोई संतान भी नही है जो इनकी देखभाल कर सके । 
शोसल मिडिया पर इस दम्पति का विडियोँ देखने के बाद समूण परिवार ने अपना सदस्य भेजा और हाल जाना । सँत रामा जी कहते है कि उन्हे पैसे की कोई जरुरत नही है बस भर पेट खाना मिल जाय रहने के लिये घर और नजदिक मे शौचालय बस इतना काफी है ।
हमने नजदीक के होटल मालिक श्री अर्जुन सिँह मेहरा जी से बात की तो फाइनल 200 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से भर पेट खाना खिलाने के लिये तैयार हो गये । अर्जुन सिँह मेहरा जी उन्हे खाना बना कर हर दिन घर तक पहुँचायेगेँ और मासिक 6000 रुपये समूण परिवार होटल मालिक अर्जुन सिँह मेहरा जी को देगा जो कि साल के 72000 रुपये होतेँ है और 72 हजार कोई छोटी धनराशी नही यह सिर्फ आप जैसे दान दाताओँ के सहयोग से सम्भव हो सकता है और जितनी भी धनराशी जमा होगी उतने साल तक हम उनके लिए खाने की ब्यवस्था कर सकते है । साथ ही जँहा पर यह दम्पति रहते है उस घर की मरमत और एक शौचालय के निर्मान के लिय समूण परिवार कोशिस कर रहा है यदि आप सभी दयालु हर्दय वाले लोगोँ का सहयोग मिलेगा क्योँकि एक आदमी के करने से कुछ नही होता ।
बहुत सारे अखबारोँ मे खबर दी, सरकार के दरवाजे खटखटाये लेकिन कहीँ से भी आशा की किरण दिखायी नही दी । बुँद बुँद से घडा भरता है । आओ हम सब मिलकर लोकगायक सँतराम और उनकी धर्मपत्नि के लिय सहयोग के हाथ बढायेँ ।
यदि आप इस दम्पत्ति के लिये सहयोग करना चाहते है तो निम्नलिखित समूण खाते मे अपना सहयोग भेज सकते हो ।
Bank Details of SAMOON FOUNDATION:-
BANK NAME AXIS BANK
A/C NUMBER 914010040541847
A/C NAME SAMOON FOUNDATION
BRANCH CITY CENTRE RISHIKESH
IFSC CODE UTIB0000156
SWIFT CODE AXISINBB093
MICR CODE 249211102
हम आपको विश्वास दिलाते है कि जितनी भी धनराशी हमे मिलेगी उसका प्रयोग इस दम्पत्ति के अच्छे जीवन स्तर हेतु प्रयोग किया जायेगा और आपको पुरे पैसोँ का ब्योरा दिया जायेगा । समूण एक रजिस्टर सँस्था है जो कि मानवता की सेवा हेतु कार्य कर रही है । जब से समूण सँस्था की स्थापना हुई है तब से अब तक के एक एक रुपये का हिसाब कोई भी ब्यक्ति किसी भी वक्त पुछ सकता है ।
धन्यवाद !
टीम समूण

_________________________________________________________________________
DATE :- 10/08/2017
समूण परिवार ने लोकगायक द्रष्टीहीन दम्पति सँतराम जी और उनकी धर्मपत्नि आनंदी देवी के पसँद अनुसार चंदन जी होटल वाले से एक अनुबंध बनाया है जिसके तहत समूण परिवार चँदन जी को प्रत्येक महिने के अंत मे रुपये 3600/- और साल के रुपये 36000/- का भुगतान करेगी और चँदन जी द्रष्टीहीन दम्पति को शाम के समय रोटी शब्जी, दिन मे सिर्फ दाल क्योंकि चावल आनंदी देवी जी घर मे बना लेती है और सुबह मे रोटी प्रदान करेँगे । 
समूण सदस्य गोपाल अधिकारी जी का सँतराम और आनंदी देवी के साथ मे हुयी बातचीत का विडियोँ आप सभी के साथ साझा कर रहेँ है । जल्द ही घर की मरमत और शौचालय के निर्माण का कार्य शुरु किया जायेगा ।
मानवता की सेवा हेतु समर्पित "समूण परिवार" से जुडेँ और पुण्य का भागीदार बनेँ क्योंकि मानवता की सेवा ही सबसे बडा धर्म है ।

_____________________________________________________________________
DATE :- 17/09/2017
लोकगायक संतराम जी के घर के पुनरुद्धार, बाथरूम और शौचालय के निर्माण का कार्य श्री दरबान सिँह रावत (अध्यक्ष - ब्यापार मंडल धौलछीना) के निर्देशन में बनकर तैयार हो गया है ।
सभी दान दाताओँ का हर्दय से अभार ।
"स्वच्छ भारत सुंदर भारत"





Monday, 31 July 2017

समूण परिवार द्वारा 1000 पौधोँ का सफलतापुर्वक वृक्षारोपण

समूण परिवार के सदस्य वृक्षारोपण को अपनी सामाजिक और नैतिक जिम्मेदारी और पेडोँ से अपना रिश्ता कायम करते हुए “पेडोँ से है रिश्ता हमारा” व्रक्षारोपण कार्यक्रम के तहत हर वर्ष 1000 पौधोँ के वृर्क्षारोपण का लक्ष्य रखतेँ है और हर हाल मे इसे पुर्ण करते है ।
“समूण” परिवार के सदस्योँ व गांववासियों के सहयोग से पिछले वर्ष भी हमने 1000 पौधोँ का सफलतापुर्ण वृर्क्षारोपण किया था और इस वर्ष भी कल दिनाँक 30/07/2017 को गाँव सौड और साकनी मे 600 पौधोँ का सफलतापुर्वक वृक्षारोपण किया और आज दिनाँक 31/07/2017 को ओंकारानँद सरस्वती राजकीय महा विध्यालय, देवप्रयाग, राजकीय इटरमिडियट कालेज - मुन्नाखाल, प्रार्थमिक विध्यालय - सौड और प्रार्थमिक विध्यालय साकनी मे कुल बाकी के 400 पौधोँ का वृक्षारोपण किया गया । जिनमे आम, अनार, अमरुद, तेज पात, शहतूत, जामून, बाँस, गुरियाळ, आमला एत्यादी प्रजातियोँ के पौधे थे । साथ ही गांव वासियो व छात्र छात्राओँ को पेडोँ के महत्व व पेडोँ को बचाए रखने हेतु जागरुकता कार्यक्रम भी किये गये ।
इस कार्य मे सहयोग करने वाले ग्रामिणो तथा विध्यालयोँ को समूण फाउँडेशन की ओर से ट्राफी देकर सम्मानित किया गया साथ ही इस वर्ष के लगाये गये पौधोँ का समूण टीम अगले वर्ष निरिक्षण करेगी और जीवित पाये गये पौधोँ की देख रेख करने वालोँ सम्मानित करेगी ।
समूण टीम के निम्नलिखित सदस्योँ ने इस इस वृक्षारोपण कार्यक्रम को सफल बनाने मे अहम सहयोग प्रदान किया ।
कमल कांत सिँह, कमल जोशी, मनोज रावत, अर्जुन रावत, नरेंद्र मैठाणी, प्रवीन चौहान, जितेंद्र जरधारी नेगी, अरविंद जियाल, रविंद्र नेगी, सुमन राणा, यशपाल सिँह जेठुडी, नित्यानँद डोभाल, जय सिँह जेठुडी और विध्यार्थी पालिवाल
सभी गाँववासियोँ, विध्यालय के प्रधानाचार्योँ शिक्षकोँ, विध्यार्थियोँ, और समूण टीम के सदस्योँ का इस अभियान मे सहयोग हेतु कोटी कोटी धन्यवाद !



Please click here to see all the project pics:- https://www.facebook.com/media/set/?set=a.1119192894882422.1073741836.116774188457636&type=1&l=b6ff388f8f

 धन्यवाद 
टीम समूण

Saturday, 15 July 2017

समूण परिवार द्वारा पर्यावरण सँरक्षण हेतु "पेडोँ से है रिश्ता हमारा” कार्यक्रम ओन 30/07/2017



   पेड का हमारे जीवन में भोजन और पानी की तरह महत्व हैं, पेड़ के बिना मानव जीवन की कल्पना करना व्यर्थ है | हमें स्वस्थ और समृद्ध जीवन देने में पेड़ो का बहुत महत्वपूर्ण योगदान है । हमें अधिक से अधिक संख्या में अपने निजी और सरकारी जमीन पर वृक्ष लगाने चाहिए जिससे प्रकृति का संतुलन बना रहे और प्राकृतिक आपदाओं को रोका जाय | वन, भूस्खलन को रोकते है और हमें शुद्ध ऑक्सीजन देते है । वन देश और राज्य की प्रगति में हमें आर्थिक सहयोग देते हैं | मानव सृष्टि का सर्वश्रेष्ट प्राणी है इसलिए वृक्षारोपण मानव समाज का दायित्व है |
   प्राचीन काल से ही मानव और प्रकृति का घनिष्ठ सम्बन्ध रहा है । भोजन, वस्त्र और आवास की समस्याओं का समाधान भी इन्हीं वनों से हुआ है । 
  बचपन में लकड़ी के पालने में झूलना, बुढ़ापे में उसका सहारा लेकर चलना और जीवन लीला की समाप्ति पर इन्हीं लकड़ियों पर सोना मनुष्य की अन्तिम गति है । इन वृक्षों से हमें शुद्ध ऑक्सीजन मिलती है । घने वनों की हरियाली देखकर मन प्रफुल्लित हो उठता है ।
   वृक्ष स्वयं धूप में रहकर हमें छाया देते हैं । जब तक हरे-भरे रहते हैं तब तक हमें फल, सब्जियां देते हैं और सूखने पर ईंधन के लिए लकड़ी देते हैं । इन्हीं वृक्षों की हरी पत्तियों और फलों को खाकर गाय, भैंस, बकरी आदि जानवर दूध देते हैं जिसमें हमें प्रोटीन मिलता है ।
अर्ताथ: कह सकते है कि पेड नही तो जीवन नही जो आदि काल से पेडोँ के साथ हमारा रिश्ता चला आया है हमे वह रिश्ता निरंतर कायम रखना होगा, इसलिये इस कार्यक्रम का नाम “पेडोँ से है रिश्ता हमारा” रखा गया है ।
   प्रत्येक नागरिक का कर्त्तव्य है कि वह अपने जीवन में एक वृक्ष अवश्य लगाए । आज हम स्वार्थ के लिए पेड़ तो काटते है लेकिन लेकिन पेड़ लगाना भूल जाते है जिससे ग्लोबल वार्मिग की समस्या आज इतनी उग्र होती चली जा रही है । आओ अपने जीवन में एक पौधा लगाए और पेड़ बनने तक उसकी देखभाल करे तभी सच्चे अर्थो मेँ हम प्रक्रति के साथ अपना रिश्ता कायम कर सकते है ।
  समूण परिवार के सदस्य विर्क्षारोपण को अपनी जिम्मेदारी और पेडोँ से अपना रिश्ता कायम करते हुए “पेडोँ से है रिश्ता हमारा” कार्यक्रम के तहत 1100 पौधोँ के विर्क्षारोपण का लक्ष्य रखतेँ है और हर हाल मे इसे पुर्ण करते है । “समूण” परिवार व गांववासियों के सहयोग से इस वर्ष भी हम इस महीने (जुलाई) में 1100 पौधोँ का विर्क्षारोपण का लक्ष्य रखा है, साथ ही गांव वासियो को पेडोँ के महत्व व पेडोँ को बचाए रखने हेतु जागरुकता कार्यक्रम भी किये जायेंगे | 
  आप सभी से सहयोग की अपील की जाती है यदि आप फिजिकल रूप से हमें इस कार्यक्रम मे सहयोग नहीं कर सकते तो अपने नाम से या परिवार के किसी ब्यक्ति के नाम से एक पेड़ के लिए 250/- रुपये की धनराशी दान देकर एक पौधा लगवा सकते है | “पेँडो से है रिश्ता हमारा” कार्यक्रम के तहत आपके नाम से उस वृक्ष को लगाया जाएगा और उसकी फोटो आपके साथ साझा किया जाएगा ताकि आपका और उस पेड के बीच मे एक रिश्ता कायम हो सके ।

Contribution can be transferred to Samoon account as below:

A/C NAME ; SAMOON FOUNDATION
A/C NO. : 914010040541847
BRANCH : AXIS BANK, CITY CENTRE, RISHIKESH
IFSC CODE : UTIB0000156
SWIFT CODE : AXISINBB093
MICR CODE : 249211102

धन्यवाद टीम समूण

"पेडोँ से है रिश्ता हमारा" कर्यक्रम के तहत 1100 पौधो का विर्क्षारोपण


यों तो हर साल उत्तराखंड में बहुत मुसलाधार बारिश होती है लेकिन पिछले २-४ सालों से बरसात के समय कुछ न कुछ अप्रिय घटना सुनने को मिल रही है | हम सभी को इस विषय पर आत्मचिंतन करते हुए प्राकृतिक आपदाओं के मूल कारण व इन कारणों के समाधानों पर कार्य करने की जरुरत है | मैंने जब इस विषय पर गंभीरता से सोचा तो उत्तराखंड में प्राकृतिक आपदाओं के निम्नलिखित मूल कारणों को पाया :-
कारण:-
*      क्षेत्र में विकास के नाम पर जंगलो के वृक्षों का अत्यधिक कटान |
*      विकास के नाम पर बनी विजली के परियोजनाओं से पहाडो का कमजोर होना |
*      लकड़ी तस्करों का जंगलो से अच्छे अच्छे प्रजातियों के वृक्षों का कटान करना जो की मिट्टी तथा पत्थरो को अपने जड़ो से जकड कर रखते थे व भूस्खलन को रोकने में सहायक होते थे |
*      पहाड़ के मूल निवासियों का पलायन करना तथा बहारी लोगो का पहाड़ में बसना जो की सिर्फ पैसे कमाने के मकसद से उत्तराखंड में आते है और प्रकृति को हानी पहुचाते है |
*      बढ़ती जनसख्या से जंगलो को काट काट कर आवासीय क्षेत्र में परिवर्तित किया जा रहा है जिससे कि दिन प्रतिदिन हमारे जंगल ख़त्म होते जा रहे है |
*      सही जानकारी का अभाव, जान-माल की सुरक्षा के इस मुद्दे पर लोगों में जानकारी का अभाव |
*      गदेरे (खालो) और नदी के किनारों पर बन रहे अत्यधिक निर्माणों को रोकने हेतु सरकार का विफल प्रयास
आदि बहुत से कारण है  जिससे हर मानसून में जीवनसंपत्तिकृषि-भूमिसड़कोंआदि की हानि होती है जिसमे से भूस्कलन सबसे मुख्या है | चट्टानोंमिट्टी और वनस्‍पतियों का किसी ढलान पर नीचे की ओर खिसकना ही भूस्‍खलन है। भूस्‍खलनएक चट्टान के छोटे से टुकड़े से लेकर,मलबे व पानी  के बहुत बड़े बहाव के रूप में हो होता है जिसमें भारी मात्रा में मिट्टी और पानी कई किलोमीटर तक अपने रास्ते में जो भी मिलाता है उसे समेटते हुए ले जाता है |
उत्तराखंड की प्राकृतिक सौन्दर्य ही हमारी धरोहर है लेकिन दिन प्रतिदिन ये हमारी खुबसूरत सी धरोहर नष्ट होती जा रही है | अगर प्रकृति के साथ इसी तरह से हस्तक्षेप जारी रहा तो भविष्य में भूस्खलन अत्यधिक बढ़ सकते हैं|
उपाय:-
इसके रोकने का एक ही उपाय है “वृक्षारोपण”
धन्यवाद 
"टीम समूण"