Sunday, 21 July 2019

हरेन्द्र विष्ट को अश्रुपुर्ण श्रधांजली - 28/05/2019

भावभिनी श्रधाँजली - Harendra Singh Bisht भाई अब हमारे बीच मे नही रहे |
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परमपिता परमात्मा आपकी पुन्य आत्मा को अपने चरणॉ मे स्थान देँ और परिवार को यह दुख सहने की शक्ति । ओम नम: शिवाय ||  28/05/2019 को ली अंतिम सांस ।

ब्लड कैंसर जैसे गंभीर बीमारी के सफल ईलाज के बाबजुद भी यह हर्दयविदारक घटना सुनने को मिली । हरेंद्र भाई के ईलाज के लिए समूण परिवार के कोशोसो के फलस्वरुप रुपये 3 लाख 50 हजार का योगदान दिया गया था जिससे हिमालयन होस्पिटल मे बान मेरो ट्रांसप्लांट सर्जरी करवाई गयी थी जिसमे कुल ६ लाख रुपये का खर्च आया था ।

परिवार मे हरेंद्र भाई की एक नन्ही सी गुडिया और धर्मपत्नि है । माता पिता का साया पहले ही सर से उठ गया था ।

आपका स्वागत है यदि आप हरेंद्र भाई के परिवार के लिए कुछ सहयोग करना चाहते है तो ।





समूण परिवार
मानवता की सेवा हेतु समर्पित

समूण परिवार द्वारा लगाए गए पौधे अब पेड़ का आकार लेने लगें है

योँ तो लाखों पौधे हर साल लगते है, लेकिन उन लाखों पौधों में से कितने पेड़ बन पाते है यह सोचनीय विषय है । 
समूण परिवार द्वारा लगाए गए पौधे अब पेड़ का आकार लेने लगें है । 


आओ मिलकर हम सभी अधिक से अधिक पौधे लगाकर अपनी भावी पीढ़ी को को एक प्रदूषण मुक्त वातावरण में रहने की अमुल्य "समूण" प्रदान करें ।



SAMOON FOUNDATION
Dedicated to humanity


दिब्याँग मनिषा के घर मे लगा विजली का कनक्शन - 17/05/2019

फाईनली मई 2019 मे मनिषा की अंधियारी जिंदगी मे विजली के प्रकाश से हुई एक छोटी सी रोशनी :- 

समूण परिवार के सदस्य अरविंद सिँह जियाल जी के कोशिसो के फलस्वरुप अनाथ और विकलाँग मनिषा के घर मे सौभाग्य योजना के तहत विजली का कनक्शन लग चुका है और विजली आ गयी है ।





SAMOON FOUNDATION
Dedicated to humanity


देवप्रयाग महाविध्यालय की बी.ए द्वितीय वर्ष की छात्रा कुमारी रश्मी के माध्यम प्राप्त हुई खुबसुरत "समूण - 25/03/2019

ओंकारानंद सरस्वती राजकीय महाविध्यालय देवप्रयाग की बी.ए द्वितीय वर्ष की छात्रा कुमारी रश्मी जो कि समूण परिवार की सदस्य और वोलिंटियर भी है के माध्यम प्राप्त हुआ बहुत ही खुबसुरत "समूण"

बहुत बहुत धन्यवाद डियर रश्मी आपके इस खुबसुरत क्रेशन के लिए | 

परमारथ हरि रुप है, करो सदा मन लाये
पर उपकारी जीव जो, सबसे मिलते धाये।



 समूण  परिवार 
मानवता की सेवा हेतु समर्पित 

12/03/2019 को हमसकल होने की सजा भुगतनी पडी हेमंत विष्ट को

जिंदगी और मौत की जंग लड रहे हेमंत सिँह बिष्ट की यह बदनसिबियत थी कि उनकी शकल एक येसे आदमी से मिलती है जिसको मारने के लिए किसी ने सुपारी दे रखी थी और सुपारी लेने वाले ने हेमंत के उपर गोली चला दी | हेमंत अभी विंटीलेटर पर थे और उनकी स्तिथी बहुत नाजुक बनी हुई थी |

दोषियोँ को सजा मिले इसलिए दिल्ली मे रह रहे सभी प्रवासी उत्तराखंडियो से निवेदन किया  कि एकता का परिचय दे और हेमंत को नयी जिंदगी देने के लिए लिए सहयोग के हाथ बढायेँ ।

हेमंत बिष्ट अल्मोडा उत्तराखँड के रहने वाले है और फरिदाबाद दिल्ली मे एक छोटा सा ढाबा चला कर अपने परिवार का भरण पोषण कर रहे थे | आप हेमंत के पिताजी से उनके द्वारा लिखे गए निवेदन पत्र में दिए गए नंबर पर बात कर सकते है |
३० मार्च २०१९ को हेमंत जी हॉस्पिटल से डिस्चार्ज हो कर सकुशल घर वापस आ गए है | हम हेमंत जी  की कामना करते है | 

समूण परिवार
मानवता की सेवा हेतु समर्पित





 

SCHOLARSHIP DISTRIBUTION PROJECT ON 16/03/2019 AT SAMOON OFFICE RISHIKESH

 समूण फाउंडेशन द्वारा मेधावी एवँ निर्धन विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति वितरण कार्यक्रम के दूसरे चरण में दिनांक 16 मार्च 2019 को समूण कार्यालय श्यामपुर, ऋषिकेश में छात्रवृत्ति वितरण कार्यक्रम का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया जिसमे 10 चयनित मेधावी एँव निर्धन विद्यार्थियों को ₹3000 प्रति विद्यार्थी छात्रवृत्ति के चेक वितरित किये गए । इससे पहले 25 फरवरी 2019 को राजकीय महाविद्यालय देवप्रयाग में 13 चयनित विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति के चेक प्रदान किए गए थे ।

उत्तराखंड के दुर्गम क्षेत्रों से जो विद्यार्थी इस कार्यक्रम में छात्रवृत्ति के चेक लेने के लिए नहीं आ पाए उनका अकाउंट नंबर लेकर उनके अकाउंट में छात्रवृत्ति के चेक जमा किए गये ।

भारत के महामहिम राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद जी ने राष्ट्र को संबोधित करते हुए निवेदन किया था कि :-
आर्थिक या सामाजिक सीमाओं के कारण हमारा एक भी बच्चा पीछे न रह जाए, इसलिए मैं राष्ट्र निर्माण में लगे आप सभी लोगों से समाज के गरीब बच्चों की शिक्षा में मदद करने का आग्रह करता हूं । अपने बच्चे के साथ ही, किसी एक और बच्चे की पढ़ाई में भी मदद करें । यह मदद किसी बच्चे का स्कूल में दाखिला करवाना हो सकता है, किसी बच्चे की फीस भरनी हो सकती है या किसी बच्चे के लिए किताबें खरीदना हो सकता है । ज्यादा नहीं, तो सिर्फ एक बच्चे के लिए समाज का हर व्यक्ति नि:स्वार्थ भाव से ऐसे काम करके राष्ट्र निर्माण में अपनी भूमिका रेखांकित कर सकते हैं ।

समूण परिवार के सदस्य नवीन थपलियाल जी, विनोद जेठुडी जी, संदीप नौडियाल जी और भरत भंडारी जी -  शाहजहां से, दिनेश नौडियाल जी दुबई सेराजपाल सिंह गोसाई जी यूएसए से और सुनीता बुड़ाकोटी जी स्वीडन से  के माध्यम से इन विद्यार्थियों को छात्रविर्ती प्रदान की गई ।

समूण परिवार सभी दान दाताओं का आभार प्रकट करती है एवं छात्रवृत्ति पाने वाले सभी विद्यार्थियों के उज्जवल भविष्य की कामना करती है।

समूण परिवार
मानवता की सेवा हेतु समर्पित












SCHOLARSHIP DISTRIBUTION PROJECT ON 25/02/2019 AT ONS GOVT. DEGREE COLLEGE - DEVPRAYAG

As part of our social and mankind activities, we are doing various activities to support humanity in the rural area of Uttarakhand. One of the important activity is to support underprivileged students in the rural hilly area of Uttarakhand by providing an annual scholarship.

This year also we have organized scholarship distribution & career guidance camp at ONS Govt. Degree college Devprayag on 25/02/2019. 13 selected students are provided cheque of 3000/- to each student and also guidance to select the right career path given by Mr. Kamal Kant Singh Deputy General Manager at BHEL - Haridwar & vice president of Samoon Foundation.
Thanks to school authority, our donors and family members of Samoon for Humanity for your support.

Scholarship provided to below- mentioned 13 selected students from poor family background.

1.KUMARI DURGA
2. KUMARI MANHISHA
3. KUMARI REKHA
4. TWINKAL
5. RINKI
6. KRISHNA JETHURI
7. SAPNA RAWAT
8. KARISHMA
9. ANCHAL
10. MAMTA
11. CHANDRA MOHAN
12. LALIT SINGH BISHT
13. KUMARI YASTI














Wednesday, 13 March 2019

आभाव ग्रस्त महिलाओं का सशक्तिकरण ही अंतराष्ट्रीय महिला दिवस की सार्थकता



"अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस" यानी महिलाओं के योगदान और उपलब्धियों के लिए उन्हें सम्मानित करना, उनके कार्यो की सराहना करना, उनके लिए प्यार और सम्मान जाताना, उनके अधिकारों के लिए लड़ना और उनकी सुरक्षा एवं रक्षा के लिए प्रतिबद्ध होना एँव आभाव ग्रस्त महिलाओं का सशक्तिकरण ही हमारे लिए सच्चे अर्थो मे "अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस" का मनाना और उसकी सार्थकता कहलायेगा |

जब लगभग पुरे देश की कई संस्थाएं अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर सुसज्जित मंचों से कई छोटे बड़े आयोजनों को कर समाज में मुकाम बनाने वाली महिलाओं को सम्मानित कर रहीं थीं, तब समूण फॉउंडेशन की टीम एक छोटे से गाँव मराड़ जो कि देवप्रयाग से लगभग 30 - 40 किलोमीटर की दुरी पर भरपुर से ब्रांच रोड से होकर और फिर पैदल चलकर कुछ दुरी पर स्तिथ है । वँहा जाकर एक दिव्यांग बहन मनीषा से मिली जो कि विकलांग होने के कारण चल फिर नहीं सकती और माता पिता का साया भी तब उठ गया था जब वह मात्र 3 वर्ष की थी | मनीषा अपने चाचा के मकान में रहती है जो भी टुटने की कगार पर है एवं पत्थर तोड कर रोढी और बजरी बेच कर अपना जीवन यापन करती है | राशन कार्ड न होने के कारण विकलाँगता पेँशन डेढ साल से बँद पडी थी लेकिन समूण परिवार की कोशिसोँ के फलस्वरुप विकलाँगता पेँशन फिर से शुरु हो गयी है, लेकिन अभी भी जीवन की मूलभूत आवश्यक्तायेँ जैसे विजली, पानी, शौचालय और भोजन बनाने हेतु गैस के कनेक्सन से वँचित है ।

जीवन की उन तमाम चुनौतियां की जिनकी हम सिर्फ हम कल्पना की कर सकते है वह हर मुश्किल इस दिव्यांग बहन मनीषा के नसीब में हैं, पर मनीषा ने कभी परिस्थितियों के आगे हार नहीं मानी और ना ही कभी किसी के आगे हाथ फैला कर स्वाभिमान से समझौता किया, मनीषा आज भी रोड़ी-बजरी तोड़कर और सिलाई कर अपना जीवन यापन करती है। सच्चे मायने में ऐसी ही महिलाएं हमारे समाज के लिए प्रेरणादायक है जो कि विषम से विषम परिस्थितिओं में भी आत्मविश्वाश और स्वाभिमान के साथ हर हालात का मुकाबला करती है । 

समूण फॉउंडेशन ने निश्चय किया था कि यह महिला दिवस हम बहन मनीषा को समर्पित करेंगे और इसलिए हमारे सदस्य अरविन्द जियाल संस्था की तरफ से बहन मनीषा से मिलने पहुंचे और उनके कठिन जीवन को कुछ सुगम करने हेतु प्रचुर मात्रा में राशन और अन्य दैनिक उपयोग की सामग्री प्रदान की । मनीषा के पास राशन कार्ड न होने की वजह से न तो सरकारी राशन मिल पा रही है और न ही किसी भी सरकारी योजना का लाभ । समूण परिवार देहरादुन जा कर क्षेत्रिय विधायक और मंत्री सुबोध उनियाल जी से भी मनिशा के बारे मे मिल चुकी है और एक लेटर भी दिया लेकिन फिर भी कुछ नही हुआ ।
मनिशा के बेहतर जीवन यापन के लिए समूण परिवार प्रयासरत है और एक छोटी सी सहयोग राशी रुपये 10,000/- मनिशा के खाते मे ट्रांसफर 31 मार्च 2019 से पहले कर दिये जायेंगे । 


धन्यवाद 
समूनण परिवार 
मानवता की सेवा हेतु समर्पित


Sunday, 24 February 2019

Scholarship Distribution & Career Guidance camp on 25/02/2019 at ONS Govt. Degree College - Devprayag


समूण फॉउंडेशन प्रति वर्ष गरीब किन्तु मेधावी विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति प्रदान करती है व करियर काउंसलिंग के शिवर लगाकर विद्यार्थिओं को बेहतर करियर चुनने के लिए मार्गदर्शित करती है। इस वर्ष भी यह कार्यक्रम दिनांक 25/02/2019 को ओमकारानंद सरस्वती राजकीय महाविधालय देवप्रयाग में आयोजित किया जा रहा है जहाँ चयनित मेधावी विद्यार्थिओं को #रु_3000/- #प्रति_विद्यार्थी #छात्रवृत्ति के रूप में दिए जायेंगे व श्री कमल कांत सिंह (उप महाप्रबंधक B.H.E.L. Ltd हरिद्वार) द्वारा महाविद्यालय के सभी विद्यार्थीयो को उचित करियर चयन हेतु मार्गदर्शित किया जाएगा ।

आपको बता दें कि इस साल के स्कॉलरशिप डिस्ट्रीब्यूशन प्रोजेक्ट के पहले चरण में उच्च शिक्षा हेतु देवप्रयाग महाविद्यालय के विद्यार्थियों को स्कॉलरशिप के चेक प्रदान किए जाएंगे और दूसरे चरण में प्राथमिक विद्यालय, उच्चतर माध्यमिक विद्यालय और इंटरमीडिएट विद्यालयों के विद्यार्थियों को अप्रैल के बाद चेक प्रदान किए जाने का निर्णय लिया गया है क्योंकि अभी 12वीं तक के विद्यार्थियों के वार्षिक परीक्षाएं चल रही है और हमें विद्यार्थियों को इस समय डिस्टर्ब नहीं करना चाहिए ।

18 चयनित आर्थिक रुप से कमजोर व मानसिक रुप से प्रबल विध्यार्थियोँ मे से 13 विध्यार्थियोँ को एक साल की पढ़ाई का खर्च रुपये 3000/- प्रति विध्यार्थी समूण परिवार छात्रविर्ती के रूप में प्रदान करेगी एवं बाकी के 5 विध्यार्थियोँ को Roshani Chamoli जी ने छात्रविर्ती देने हेतु कंफर्म किया है ।

समूण फॉउंडेशन ने इस बार अपना यह छात्रवृति व् करियर कॉउंसलिंग कार्यक्रम #पुलवामा_में_शहीद अपने सभी वीर #जवानो_को_समर्पित_किया_है।

आप समूण द्वारा आयोजित इस शिविर को सफल बनाने हेतु अपना सहयोग प्रदान कर सकतेँ है । सभी सामर्थ्यवानोँ से विनम्र निवेदन है कि वे अपने प्रतिभा व क्षमता के अनुसार विध्यार्थियोँ के उज्ज्वल भविष्य हेतु अपना योगदान देने का शुभ सँकल्प लेँ ।

धन्यवाद 
समूण परिवार
मानवता की सेवा हेतु समर्पित

माता पिता की म्रत्यु के पश्चात अनाथ हुई दोनो बहनेँ वसु और निशा को अंतत: शिशु निकेतक रहना पडेगा

ग्राम त्यूंखर जिला रुद्रप्रयाग की दो नन्हीं बेटियां बसु 5 वर्ष व् निशा 2 वर्ष की छोटी सी ही उम्र में अनाथ हो गयी हैं लगभग एक वर्ष पहले पिता की मृत्यु के बाद इनकी माता ही इनके जीवन का एक मात्र सहारा थी लेकिन लम्बी बीमारी के बाद इनकी माता का भी अब निधन हो गया है जिसके चलते ये दोनों नन्ही बेटियां बेसहारा हो गयीं हैं, होने को तो इनके चाचा ताऊ मौसा मौसी सब हैं और उनसे जितना हो पा रहा हैं इनकी देख रेख कर रहे हैं लेकिन स्वयं ही बेहद गरीब व् अभाव ग्रस्त ये लोग खुद बमुश्किल अपना जीवन यापन कर पा रहे हैं तो ऐसे में गाँव के लोग और इन नन्ही बेटियों के सगे सम्बन्धी कब तक इन बेटियों का लालन पालन कर पाएंगे कहना बहुत मुश्किल है। कड़ाके की ठंड में बिना गर्म कपड़ों व् जुटे चप्पलों व् पर्याप्त भोजन न मिल पाने के कारन इन दोनों नन्ही बच्चियों की हालत दयनीय हो गयी है।

ऐसे में समूण फॉउंडेशन को जैसे ही समाचार पत्रों व् सोशल मीडिया से इन अनाथ हो चुकी बेटियों की इस दयनीय स्थिति का पता चला समूण फॉउंडेशन की टीम तुरंत इन बच्चियों से मिलने कुछ जरूरी राशन  लेकर इनके गांव त्यूंखर के लिए रवाना हो गयी। वहां जाकर इन ज्ञात हुआ की इन बेटियों को शिशु निकेतन (अनाथ आलय) देहरादून भेजा जायेगा क्यूंकि केवल वहीं इन्हे सुरक्षित जीवन दिया जा सकता है। उपजिलाधिकारी रुद्रपयाग, चौकी प्रभारी ASI जहांगीर अली व् चाइल्ड वेलफेयर के अन्य अधिकारयों के समक्ष समूण फॉउंडेशन के और से गए हुए कमल जोशी ने इन बेटियों के लिए राशन उपलब्ध करवाया व् इन बेटियों को शिशुऑलय देहरादून शिफ्ट होने इनके भोजन हेतु राशन की व्यवस्था कराने की जिम्मेदारी ली।
इन बेटियों को त्वरित तौर पर जितना भी संरक्षण दिया जा सकता था दिया जा चूका है लेकिन अब इंतज़ार है इन बेटियों को किसी सक्षम दम्पति के गोद लेने का क्यूंकि तब ही इन बेटियों सुरक्षित भविष्य व् स्वस्थ जीवन मिल पायेगा।
समूण फॉउंडेशन आप सब से अपील करती है की यदि आप इन बेटियों को गोद लेने में सक्षम हैं अथवा आप किसी ऐसे को जानते हैं जो इन्हे गोद ले सकता है तो कृपया इन नन्ही बेटियों को गोद लेने के लिए शिशु आलय देहरादून या जिलाधिकारी रुद्रप्रयाग से सम्पर्क करें।
इन बेटियों को गोद लेने की प्रक्रिया में समूण फॉउंडेशन आपका सहयोग करेगी। कृपया इस लिंक को अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचने की कृपा करें क्या पता आपका ये छोटा सा सहयोग इन बच्चों को इनके माता पिता तक पहुंचा दे। धन्यवाद।।
हमारा पता है :- समूण फॉउण्डेशन कार्यालय निकट प्रभात रंजन स्कूल खदरी श्यामपुर ऋषिकेश। जिला देहरादून उत्तराखंड।
संपर्क :- 9897353707








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