Monday, 28 September 2020

समूण परिवार पर्यावरण संरक्षण हेतु समर्पित

Date: 16 July 2020

आज की दुनिया #समस्याओं से घिरी हुई है और इन समस्याओं में सबसे बड़ी समस्या है #प्राणी, #संसार और #वनस्पति_जगत के बीच बिगड़ता हुआ संतुलन। #आबादी की बेतहाशा #बढ़ोतरी ने इस संतुलन को बिगाड़ा है और हमारे लिए आर्थिक और स्वास्थ्य सम्बन्धी अनेक समस्याएं उत्पन्न कर दी हैं।

#जंगलों के #कटते रहने से #मानव-सभ्यता को खतरा पैदा हो गया है। मौसम में काफी परिवर्तन आ गया है। धरती के कुछ भागों में या तो लगातार कई वर्ष तक सूखा पड़ जाता है या फिर भयंकर बाढ़ आ जाती है।

वन और पानी अक्षय-स्त्रोत होते हैं, जब ये नहीं रहते हैं तो सदा बहने वाली #नदियां सूख जाती हैं, #बांधों में पानी का स्तर घट जाता है, #बिजली का उत्पादन रुक जाता है तथा #नहरों में पानी कम हो जाता है। इससे #अनाज कम उत्पन्न होता है और #उद्योगों के लिए संकट पैदा हो जाता है।

इस भयानक स्थिति का सामना करने के लिए #आबादी को कम करने के साथ-साथ #वृक्षारोपण के अभियान को भी #युद्ध_स्तर पर चलाने की #आवश्यकता है। वृक्षारोपण कर हम लगातार कम हो रहे वृक्षो एवं वनों को #संरक्षित कर सकते है। #वृक्षो को #मनुष्य का #सच्चा_मित्र कहा जाता हैं क्योंकि वृक्ष हमसे कुछ न लेते हुए भी हमें बहुत कुछ देते हैं जो एक सच्चा मित्र ही कर सकता है|

इसी उद्देश्य के साथ #समूण_फाउंडेशन पर्यावरण सरक्षण के प्रति अपनी जिम्मेदारियोँ के निर्वाहन स्वरुप हर वर्ष “#पेडोँ_से_है_रिश्ता_हमारा” कार्यक्रम के तहत सैकडोँ पौधोँ का पौधा रोपण करती है और पेड बनने तक देखभाल हेतु हर सम्भव प्रयासरत रहती है । #उत्तराखंड का #लोकपर्व #हरेला के #सुभ_अवसर पर आज दिनाँक 16/07/2020 को #थानाड़ण्ड, #किमसार, #पौड़ी गढ़वाल में #समूण_परिवार के सदस्यों द्वारा पौधरोपण किया एवँ पेड़ बनने तक देखभाल हेतु UPT द्वारा जिम्मेदारी ली गई ।

समूण परिवार
पर्यावरण संरक्षण हेतु समर्पित
प्लीज #शेयर अवश्य करें

 

















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