Date: 12 Nov 2020
कहते हैं खुशियों पर सभी का हक होता है। खुशियां अमीरी और गरीबी नहीं देखती हैं।
जहां कुछ लोग निजी स्वार्थों के लिए गरीबों का शोषण करते हैं तो वहीं कुछ
लोग दूसरों को खुशियां देकर खुश होते हैं तो । समूण परिवार के समाज सेवियों
ने समाज के अंतिम पायदान पर बैठे परिवार के बच्चों को कपड़े, पटाखे,
मिठाइयां, खिलौने इत्यादि की #समूण प्रदान करके दिवाली मनाने का निश्चय किया है ।
दिवाली के उपहार पाकर बच्चे काफी प्रसन्न नजर आ रहे हैं, और इन मुरझाए हुए चेहरों की इसी मुस्कुराहट के लिए #समूण_परिवार प्रयासरत है ।
आप भी समूण परिवार से जुड़कर मानवीय एवं सामाजिक कार्यों में योगदान करते हुए पुण्य का भागीदार बन सकते हैं ।
विनोद जेठुडी
समूण परिवार
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