Friday, 14 October 2022

The Samoon team rescued a minor girl from a mentally disturbed individual.

 DATED: 04 DECEMBER 2021 (SATURDAY)

समूण फॉउंडेशन के वरिष्ठ सदस्य कमल जोशी जी को जानकारी मिली थी कि जिला रुद्रप्रयाग के एक दूरस्थ गांव में किसी शराबी व्यक्ति द्वारा पैसों और शराब के लालच में अपनी नाबालिग बेटी का विवाह जबरन एक मानसिक विक्षिप्त व्यक्ति के साथ तय कर दिया गया है जबकि लड़की विवाह नहीं करना चाहती लेकिन पिता द्वारा मजबूर किये जाने की वजह से विवाह हेतु विवश हो रही थी । सुचना दाता ने इस बात की पुष्टि हेतु उस बालिका व् उसके रिश्तेदार के मध्य होने वाली कॉल रिकॉर्डिंग्स भेजी जिसमे वह बालिका खुद के नाबालिग होने व जबरन शादी करवाने हेतु विवश करने की बात कहती साफ़ सुनाई दे रही थी। अगले ही सप्ताह यानि १२/१२/२०२१ को शादी होनी थी, तैयारियां भी पूरी हो चुकीं थी। लड़की को बचाने के लिए बहुत कम समय ही बाकि था। मामले की गंभीरता को देखते हमे समूण सदस्य कमल जोशी ने तुरंत बाल संरक्षण विभाग व् चाइल्ड वेलफेयर कमेटी को इसकी सूचना दी लेकिन उक्त विभागों द्वारा मामले में खास सजगता नहीं दिखाई लेकिन उस बालिका के भविष्य को नर्क बनाने से बचाने के लिए प्रतिबद्ध कमल जोशी जी महिला सशक्तिकरण व् बाल विकास विभाग रुद्रप्रयाग के अंग महिला सहायता वन स्टॉप सेंटर की केंद्र की प्रसाशक श्रीमती रंजना गैरोला भट्ट जी से संपर्क किया। अधिकारी रंजना जी ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरंत अपनी एक टीम उस बालिका के गांव भेजी जहाँ जांच करने पर बालिका नाबालिग पायी गयी। लड़के पक्ष को भी लड़के समेत मोके पे बुलाया गया था लेकिन बहुत दवाब देने पर भी लड़के के पिता बिना लड़के के बिना ही आये, फिर भी जांच करने आयी महिला अधिकारी कुमारी आयुषी ने लड़के को वीडियो कॉल पे ही सामने लाने प्रस्ताव दिया लेकिन उसका पिता इस पर भी राजी नहीं हुआ जिससे यह बात स्वतः ही साबित हो गयी की लड़का पूर्ण रूप से मानसकि विक्षिप्त है लेकिन फिर भी लड़के का पिता शादी के कार्ड बंट जाने व् विवाह की तैयारी व् लोक लाज का हवाला देकर हर हाल में शादी वाले तय दिन बारात लाने व् विवाह कराने पर अड़ा रहा। लेकिन लड़की के नाबालिग निकलने व् महिला अधिकारी के सामने अपने पिता पर जबरन शादी करवाने के बयान देने पर लड़के के पिता के चेहरे  से हवाइयां उड़ गयी। लड़की ने बताया की उसे जंगल घास काटते हुए दूर से एक व्यक्ति दिखाया गया और कहा की ये तेरा होने वाला पति है न बात की न ढग से देखने गया व् कुछ दिन बाद बिना लड़का लाये ही सगाई का सामन अंगूठी कपडे आदि देकर मेरी सगाई कर दी गयी और जब मैंने लड़के को ना लाने की वजह पूछी तो कहा कोरोना की वजह से ज्यादा लोग नहीं आ सकते थे इसलिए नहीं लाये। लड़की के बयानों से साफ हो गया की उस मासूम बेटी के साथ बहुत बड़ा धोका होने जा रहा था लेकिन कमल जोशी जी की सजगता के चलते उस बेटी का भविष्य बचाया जा सका।लड़की के बयांन सुन खुद को फंसता देख लड़के पिता वो शादी रद्द करने के राजी हो गया था  । वहां उपस्थित ग्राम प्रधान व् अन्य ग्रामीणों की मौजूदगी में लड़के पक्ष द्वारा सगाई में दिया हुआ सामान लड़के के पिता को वापस लौटाया व् उस बालिका को उसके अपने मामा-मामी के संरक्षण में सकुशल भेज दिया गया था , जहाँ वह अब आगे की पढाई करेगी व् समूण फॉउंडेशन उसकी शिक्षा में सहयोग करेगी।

कमल जोशी जी ने जिस ततपरता  से इस बालिका के जीवन को नर्क होने से बचने के लिए प्रयास किये उसके लिए उनकी  जितनी प्रशंसा की जाय बहुत कम है, हमे गर्व होता है कि आप जैसे समर्पित व्यक्तित्व समूण फॉउंडेशन के मुख्य सदस्यों में से एक हैं। वन स्टॉप सेंटर की प्रशासक अधिकारी श्रीमती रंजना गैरोला भट्ट की को भी बहुत बहुत धन्यवाद आपके सहयोग के बिना इस बालिका की शादी रुकवाई नहीं जा सकती थी।







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