DATED: 01 MAY 2021 (SATURDAY)
दो #नाबालिक_बेटियाँ जिनकी मां इस दुनियां से उन्हे छोड़ कर चल बसी, पिता हॉस्पिटल मे जिंदगी और मौत से लड़ रहे हैं और दोनों मासूम बच्चे अकेले रहने पर मजबूर हैं | दादी दादा नाना नानी कोई नहीं जिनके साथ रह सकें।
सूचना मिलते ही तत्काल #समूण_परिवार की टीम बच्चों से मिलने पहुंची और घर मे खत्म हो रखी राशन और जरूरी सामान प्रदान किया और आगे के लिए #समूण_कार्यालय का मोबाईल नंबर बच्चों को दिया है और कुछ भी जरूरत पड़ने पर फोन करने को बोला है।
जिनका कोई सहारा नहीं उनका #समूण_परिवार हमेशा से सहारा बना है और बनता रहेगा क्योंकि ऐसे ही बेबस, असहाय, गरीब और बचितों के लिए हमने यह संस्था बनाई है । हमारे साथ ऐसे ही मानवता की सेवा मे विश्वास करने वाले लोग जुड़े हुए है।
समूण परिवार
मानवता की सेवा हेतु समर्पित
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